Anwarul Haq Kakar On Kashmir: पाकिस्तान ने एक बार फिर से दुनिया के सबसे बड़े मंच से भारत के खिलाफ जहर उगला है. संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने वैश्विक शक्तियों से भारत के पारंपरिक और रणनीतिक हथियारों के ऊपर प्रतिबंध की मांग की. काकर ने अपने संबोधन में दावा करते हुए कहा कि पाक अपने सभी पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहता है. उन्होंने कहा कि क्षेत्रों का निर्माण एक साथ होता है इसलिए पाक भारत सहित अपने तमाम पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण और उत्पादक संबंधों को और बेहतर करने पर काम कर रहा है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सेशन को संबोधित करते हुए काकर ने कश्मीर मामले का भी जिक्र किया. काकर ने कहा कि पाकिस्तान, भारत सहित अपने तमाम पड़ोसियों के साथ उपयोगी और स्थायी संबंध चाहता है. काकर ने कहा कि इस शांति के लिए भारत और पाक दोनों मुल्कों के बीच कश्मीर मसला अहम है. काकर ने कहा कि यूएन सिक्योरिटी काउंसिल को कश्मीर मामले के ऊपर लाए गए प्रस्तावों के ऊपर अमल करना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि यूएन के यह प्रस्ताव दो परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्रों के बीच शांति की कुंजी हैं. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत और पाक के लिए संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षक समूह (यूएनएमओजीआईपी) को मजबूती देने पर विचार होना चाहिए.
काकर ने जम्मू और कश्मीर के मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सबसे पुराने मुद्दों में से एक बताया, उन्होंने आरोप लगाया कि भारत इस विवाद पर वैश्विक संस्था के प्रस्तावों से बचता रहा है. उन्होंने मांग की वहां के रहने वाले लोगों का संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में जनमत संग्रह होना चाहिए. काकर ने भारत सरकार के जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को रद्द करने के फैसले की भी आलोचना की. काकर ने कहा कि भारत ने अकेले कश्मीर में ही 9 लाख सैनिकों की तैनाती की है.