नई दिल्ली: इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी ने बड़ा बयान दिया है. जियोर्जिया मेलोनी ने इस्लामी संस्कृति का मज़ाक उड़ाया और कहा कि यूरोप में इसके लिए कोई जगह नहीं है. मेलोनी के इस बयान से दुनिया भर मुस्लिम देश खफा हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि इस्लामी संस्कृति और हमारी सभ्यता के मूल्यों और अधिकारों के बीच समानता की समस्या है.
हमारी सभ्यता पर....
प्रधानमंत्री ने कहा, ''इटली में इस्लामी सांस्कृतिक केंद्रों को सऊदी अरब द्वारा वित्त पोषित किया जाता है जहां शरिया लागू है. यूरोप में हमारी सभ्यता के मूल्यों से बहुत दूर इस्लामीकरण की प्रक्रिया चल रही है. यह टिप्पणियां इतालवी प्रधान मंत्री द्वारा रोम में उनकी दूर-दक्षिणपंथी पार्टी- ब्रदर्स ऑफ इटली- द्वारा आयोजित एक राजनीतिक उत्सव की मेजबानी के बाद आई हैं, जिसमें ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सनक ने भाग लिया.
ऋषि सुनक ने क्या कहा?
अपने भाषण में ऋषि सुनक ने कहा कि वह शरण प्रणाली में वैश्विक सुधारों पर जोर देंगे, साथ ही चेतावनी दी कि शरणार्थियों की बढ़ती संख्या का खतरा उन्हें भारी कर सकता है. उन्होंने चेतावनी दी कि कुछ "दुश्मन" जानबूझकर हमारे समाज को अस्थिर करने की कोशिश करने के लिए लोगों को हमारे समुद्री तटों की ओर ले जा रहे हैं. यदि हम इस समस्या से नहीं निपटते हैं, तो हमारे लिए खतरनाक होगा.
एलन मस्क भी थे मौजूद
इस वार्षिक सभा में एलनमस्क ने विश्व नेताओं से मुलाकात करते हुए एक दुर्लभ उपस्थिति दर्ज की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि जनसंख्या कम होने से निपटने के लिए पर्याप्त कोशिश नहीं हो रही. मस्क ने आगे कहा कि संस्कृतियों में मूल्य है, हम नहीं चाहते कि इटली एक संस्कृति के रूप में गायब हो जाए, हम उन देशों की उचित सांस्कृतिक पहचान बनाए रखना चाहते हैं.बता दें कि इटली की जन्म दर पिछले ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंच गई है.