Sudhanshu Trivedi lashed out at Pakistan: भारत ने शांति अभियानों पर बहस के दौरान जम्मू और कश्मीर का हवाला देकर संयुक्त राष्ट्र की चर्चाओं को "बेपटरी" करने के अपने बार-बार प्रयासों के लिए पाकिस्तान की निंदा की. शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र की विशेष राजनीतिक और विउपनिवेशीकरण (चौथी) समिति में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए, राज्यसभा के सदस्य और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पाकिस्तान पर मंच को गुमराह करने के लिए "बयानबाजी और झूठ" फैलाने का आरोप लगाया.
भारत की फटकार एक बार फिर से पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी किरकिरी हुई है. इस बार यह प्रतिक्रिया किसी अधिकारी या राजनयिक की ओर से नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुधांशु त्रिवेदी की ओर से आई है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के झूठे दावों पर निशाना साधते हुए कहा कि यह भारत का अभिन्न हिस्सा था, है और रहेगा. त्रिवेदी ने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के इस प्रकार के बयान तथ्यों को बदल नहीं सकते हैं.
संयुक्त राष्ट्र में पीसकीपिंग मिशन को लेकर चर्चा हो रही थी, इसी दौरान पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया. इस पर भारत की ओर से सुधांशु त्रिवेदी ने अपने अधिकार का उपयोग करते हुए सख्त जवाब दिया. उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा था, है और रहेगा.
While discussions in United Nations on UN Peacekeeping operations when the representative from Pakistan speaking on the same subject of UN peacekeeping, tried to digress the subject and unnecessarily mentioned that Pakistan’s involvement with UN peacekeepers started when UN has… pic.twitter.com/kbpycmEX2u
— Dr. Sudhanshu Trivedi (@SudhanshuTrived) November 9, 2024
त्रिवेदी ने पाकिस्तान को लताड़ लगाते हुए कहा कि भारत अपने इस अधिकार का प्रयोग करते हुए पाकिस्तान के भटकाने वाले बयानों का जवाब देना जारी रखेगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के बार-बार इस मुद्दे को उठाने से सच्चाई नहीं बदलेगी.
सांसद त्रिवेदी ने यह भी कहा कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के लोगों ने अपने लोकतांत्रिक और चुनावी अधिकारों का प्रयोग करते हुए एक नई सरकार चुनी है. उन्होंने पाकिस्तान को सलाह दी कि वह झूठे बयान देने से बचे, क्योंकि इससे तथ्य नहीं बदलते हैं.
सुधांशु त्रिवेदी का संयुक्त राष्ट्र में जाने का उद्देश्य विभिन्न बैठकों में भाग लेना था. वे भारत के 12 सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं, जो संयुक्त राष्ट्र में शांति रक्षा अभियानों पर चर्चा करने के लिए वहां गए थे. त्रिवेदी ने शांति रक्षा अभियानों की समीक्षा पर बोलते हुए कहा कि वर्तमान संघर्ष अधिक चुनौतीपूर्ण हो गए हैं और इसमें आतंकवाद एवं सशस्त्र समूह भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में सबसे बड़े सैन्य दल के रूप में योगदान दे रहा है.