Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन संघर्ष अभी भी चल रहा है. फरवरी 2022 में रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया और देश के अधिक हिस्से पर कब्ज़ा करना शुरू कर दिया था. हालांकि, अब रिपोर्ट सामने आ रही है कि रूस के यूक्रेन पर आक्रमण में समर्थन देने के लिए भेजे गए उत्तर कोरियाई सैनिकों को भारी नुकसान के बाद अब अग्रिम मोर्चे से हटा लिया गया है. दरअसल, दक्षिण कोरिया की योनहाप समाचार एजेंसी ने मंगलवार को बताया कि माना जा रहा है कि प्योंगयांग ने रूसी सेना के साथ लड़ने के लिए लगभग 10,000 सैनिक भेजे हैं, जो कई हफ़्तों से अग्रिम मोर्चे से गायब हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस रिपोर्ट से यूक्रेन और अमेरिकी मीडिया के दावों की पुष्टि हुई है, जिसमें कहा गया था कि इन सैनिकों की वापसी से युद्ध के और बढ़ने का खतरा था. दक्षिण कोरिया की राष्ट्रीय खुफिया सेवा (NIS) ने एएफपी समाचार एजेंसी को बताया कि उत्तर कोरियाई सैनिकों ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र में "जनवरी के मध्य से" लड़ाई को रोक दिया था.
क्या कारण हो सकते हैं?
NIS के अनुसार, उत्तर कोरियाई सैनिकों की वापसी का कारण उनकी भारी क्षति हो सकती है, हालांकि इस बारे में अभी और निगरानी की जा रही है. यूक्रेनी सैन्य विश्लेषकों ने शुक्रवार को कहा कि उनका मानना है कि उत्तर कोरियाई सैनिकों को भारी नुकसान के कारण वापस बुला लिया गया है. यूक्रेन ने पहले यह रिपोर्ट किया था कि उसने कुर्स्क में कई उत्तर कोरियाई सैनिकों को पकड़ा या मार गिराया था, जहां उसने अगस्त में एक आश्चर्यजनक सीमा पार हमला किया था.
उत्तर कोरियाई सैनिकों की स्थिति
दिसंबर में, NIS ने अनुमान लगाया था कि कुर्स्क क्षेत्र में लड़ाई के दौरान लगभग 300 उत्तर कोरियाई सैनिक मारे गए थे और 2,700 से अधिक घायल हुए थे. यह स्थिति रूस और उत्तर कोरिया के लिए चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि इन सैनिकों को रूस की सेना को मजबूत करने के लिए भेजा गया था. हालांकि, छह महीने बाद, यूक्रेन के पास अब भी महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर कब्जा है.
यूक्रेन और पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया
यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने उत्तर कोरियाई सैनिकों की भागीदारी को युद्ध के तीन सालों में एक बड़े उथल-पुथल के रूप में देखा है, जिसमें रूस ने अपनी आक्रमकता बढ़ा दी है। उत्तर कोरिया और रूस के बीच हाल के वर्षों में रक्षा सहयोग बढ़ा है, और 2024 में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उत्तर कोरिया का दौरा किया था. प्योंगयांग और मास्को के बीच आपसी रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर भी किए गए थे.
यूक्रेन में मिसाइल हमले और संघर्ष की स्थिति
कुर्स्क और पूर्वी यूक्रेन के मोर्चे पर संघर्ष जारी है, जबकि रूस और यूक्रेन के बीच आकाश में भी युद्ध जारी है. मंगलवार को रूस द्वारा छोड़े गए एक मिसाइल हमले में यूक्रेन के खारकीव क्षेत्र के इज़्युम में चार लोग मारे गए और 17 अन्य घायल हो गए.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन की चिंताएं
इस बीच, यूक्रेन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फिर से सत्ता में आने की चिंता कर रहा है, क्योंकि उन्हें डर है कि ट्रंप यूक्रेन को मिलने वाली सैन्य सहायता में कमी कर सकते हैं. ट्रंप ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि वह यूक्रेन से दुर्लभ खनिजों की मांग करेंगे बदले में हथियारों और अन्य समर्थन के लिए. क्रेमलिन ने इस पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें कहा गया कि ट्रंप का यह बयान दर्शाता है कि अमेरिका अब यूक्रेन को बिना शर्त समर्थन नहीं देगा.