उत्तराखंड में कहां पकड़ा गया देश का सबसे लंबा और वजनदार अजगर, वीडियो में देखें विशालकाय भारतीय 'एनाकोंडा'
यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन चुकी है। स्थानीय लोग अजगर को देख कर आश्चर्यचकित हैं, जबकि वन विभाग की तत्परता और कुशल रेस्क्यू ऑपरेशन ने इस अजगर को बिना किसी नुकसान के जंगल में छोड़ने की व्यवस्था की है.
उत्तराखंड के नैनीताल जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां के रामनगर स्थित वन प्रभाग तराई पश्चिमी के काशीपुर गौशाला क्षेत्र से अब तक का सबसे लंबा और भारी अजगर पकड़ा गया है. बताया जा रहा है कि, इस अजगर का वजन 1 क्विंटल 75 किलो से अधिक और लंबाई 20 फीट से भी ज्यादा है. वन विभाग की 'सेव द स्नेक' टीम ने इसे सुरक्षित रूप से रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तराई पश्चिमी वन विभाग के सांप पकड़ने के एक्सपर्ट तालिब हुसैन ने बताया कि उन्हें काशीपुर के सैनिक कॉलोनी स्थित गौशाला से एक विशाल अजगर के खेत में घुसने की सूचना मिली थी.
मैंने अब तक सैकड़ों पाइथन रेस्क्यू किए
जिसके बाद रेंज अधिकारी पूरन सिंह खनायत के निर्देश पर टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर इस अजगर को कड़ी मेहनत के बाद रेस्क्यू किया. तालिब हुसैन ने कहा, "मैंने अब तक सैकड़ों पाइथन रेस्क्यू किए हैं, लेकिन यह सबसे भारी और लंबा अजगर है. इसे काबू में करना बहुत मुश्किल था.
जानिए वन विभाग के अधिकारियों ने क्या कहा?
वन विभाग के अनुसार, तराई पश्चिमी क्षेत्र के मैदानी इलाकों में अजगरों और अन्य सांपों के आबादी वाले क्षेत्रों में आने की घटनाएं बढ़ रही हैं. मानसून के बाद, सांप अक्सर अपने प्राकृतिक आवासों से बाहर आकर रिहायशी इलाकों में चले आते हैं. वन विभाग की 'सेव द स्नेक' टीम इन सांपों को सुरक्षित तरीके से पकड़कर जंगल में छोड़ने का काम कर रही है.
स्थानीय लोगों के लिए वन विभाग ने दी चेतावनी
रेंज अधिकारी पूरन सिंह खनायत ने कहा, "यह क्षेत्र में अब तक पकड़ा गया सबसे बड़ा अजगर है। इसका वजन 1 क्विंटल 75 किलो और लंबाई 20 फीट से अधिक है. हम इसे सुरक्षित जंगल में छोड़ने की प्रक्रिया में हैं. वन विभाग ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि यदि वे किसी क्षेत्र में अजगर या अन्य सांप देखें तो वे खुद कोई कदम न उठाएं और तुरंत वन विभाग या 'सेव द स्नेक' टीम को सूचित करें. हालांकि, अजगर जहरीले नहीं होते, उनका आकार और ताकत इंसान या पालतू जानवरों के लिए खतरनाक हो सकता है.