नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के खिलाफ जगह-जगह प्रदर्शन जारी है. कराची में प्रदर्शन कर रहे करीब 19 पीटीआई समर्थकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. आपको बता दें, पाकिस्तान की एक अदालत ने शनिवार को तोशाखाना मामले में इमरान खान को तीन साल की जेल की सजा सुनाई और पांच साल की अवधि के लिए राजनीति से अयोग्य घोषित कर दिया, जिसके बाद उनके समर्थकों ने जमकर विरोध-प्रदर्शन किया है.
मई में भी हुई थी गिरफ्तारी
लाहौर में इमरान खान के जमान पार्क आवास के बाहर वकीलों समेत कई पीटीआई समर्थकों ने गिरफ्तारी का विरोध किया है. आपको बता दें, इससे पहले भी 9 मई को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में इमरान खान को इस्लामाबाद में गिरफ्तार किया गया था. इस दौरान भी देश में हिंसा भड़क उठी थी और महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले किए गए थे
इमरान खान का वीडियो संदेश
तोशखाना मामले में तीन साल की जेल की सजा, गिरफ्तारी और पांच साल के लिए राजनीति से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद इमरान खान का एक वीडियो संदेश सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि उनकी गिरफ्तारी अपेक्षित थी. यह वीडियो गिरफ्तारी से पहले रिकॉर्ड की गई है. इस वीडियो में इमरान खान ने कहा है कि मेरी गिरफ्तारी अपेक्षित थी और मैंने अपनी गिरफ्तारी से पहले यह संदेश रिकॉर्ड किया था. यह लंदन योजना को पूरा करने की दिशा में एक और कदम है लेकिन मैं चाहता हूं कि मेरी पार्टी के कार्यकर्ता शांतिपूर्ण, दृढ़ और मजबूत रहें. पीटीआई अध्यक्ष ने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया और अपने समर्थकों से उनकी गिरफ्तारी के बाद "चुप नहीं बैठने" के लिए कहा.
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'मेरी गिरफ्तारी के बाद चुपचाप नहीं बैठें'
वीडियो संदेश में इमरान खान ने कहा है कि जब तक यह वीडियो संदेश आप तक पहुंचेगा, मुझे गिरफ्तार कर लिया जाएगा और जेल में डाल दिया जाएगा. इसलिए मेरा एक अनुरोध है, आप सभी से अपील है कि आप चुपचाप घर पर न बैठें. मैं ये ईमानदारी से कहता हूं कि मेरे प्रयास मेरे लिए नहीं बल्कि मेरे लोगों, मेरे समुदाय, आपके लिए हैं. मैं यह आपके लिए कर रहा हूं. मैं यह आपके बच्चों के अच्छे भाग्य के लिए कर रहा हूं. इमरान खान ने आगे कहा कि यदि आप अपने अधिकारों के लिए खड़े नहीं होंगे, तो आप गुलामी का जीवन जिएंगे और ध्यान रखें कि गुलामों का कोई जीवन नहीं होता
क्या है तोशाखाना मामला
पाकिस्तानी कानून के विदेशी राज्य से मिले उपहार को तोशाखाना में रखना होता है. अगर आप उस उपहार को आप अपने पास रखना चाहता है तो इसके लिए उस उपहार के कीमत के बराबर राशि का भुगतान करना होगा और इससे अर्जित धन को राष्ट्रीय खजाने में जमा किया जाता है. इमरान खान को भी अपने कई उपहार मिले थे, जिन्हें तोशाखाना में रखा गया था. बाद में इमरान खान ने उपहारों को वहां से सस्ते दाम पर खरीद कर बाजार में बेच दिया. इसी मामले में आज अदालत ने इमरान खान को दोषी करार दिया है.
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