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चीन के BRI का समर्थन, जिनपिंग की तारीफ, नेपाल के इस कदम ने बढ़ा दी भारत की टेंशन

Nepal China News: नेपाली प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने अपनी चीन यात्रा के दौरान चीन के BRI प्रोजेक्ट का समर्थम किया है. इसके अलावा नेपाली पीएम ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तारीफ भी की है.

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Shubhank Agnihotri
Last Updated : 24 September 2023, 08:38 PM IST
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Nepal Supported China Bri: नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड इन दिनों चीन की यात्रा पर हैं. इस दौरान उन्होंने कहा है कि नेपाल चीन के बेल्ट रोड इनिशिएटिव ( BRI) में सक्रिय रूप से हिस्सा लेना जारी रखेगा. प्रचंड के इस बयान ने भारत की टेंशन को बढ़ा दिया है. उनकी चीन यात्रा से पहले कयास लगाए जा रहे थे कि शायद नेपाल चीन के कर्ज जाल नीति से बचने के लिए चीन के ऊपर कुछ दबाव डालेगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ है. नेपाली प्रधानमंत्री एशियाई खेलों में हिस्सा लेने के लिए चीन के हांगझू शहर पहुंचे हैं.  


ट्रांस हिमालयन नेटवर्क नेपाली विकास की धुरी


प्रचंड ने चीन पहुंचकर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तारीफ भी की. प्रचंड ने उन्हें दूरदर्शी सोच वाला नेता करार दिया. नेपाली प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा कि उनकी सरकार ट्रांस हिमालयन नेटवर्क को और बढ़ावा देगी. इससे नेपाल के आर्थिक विकास में काफी सहयोग मिलेगा. आपको बता दें कि ट्रांस हिमालयन नेटवर्क नेपाल और चीन के बीच एक आर्थिक गलियारा है. इसे चीन के BRI प्रोजेक्ट के तहत बनाया जाना है.

 

जिनपिंग को बताया वैश्विक दूरदर्शी नेता


चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड ने कहा कि नेपाल चीनी राष्ट्रपति की उन  पहलों का समर्थन करता है, जिनसे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता हो. नेपाल अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था में विकास में सहयोग करने के लिए चीन के साथ काम करने को तैयार है. प्रचंड ने शी जिनपिंग की तारीफ करते हुए उन्हें एक दूरदर्शी वैश्विक सोच वाला नेता बताया. प्रचंड एक हफ्ते की लंबी यात्रा के लिए चीन पहुंचे हैं.


नेपाल 2017 में इस प्रोजेक्ट में शामिल हुआ

साल 2013 में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बेल्ट रोड इनीशिएटिव का विचार रखा था. नेपाल चीन के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का साल 2017 में हिस्सा बना. रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम के निजी सचिव सेक्रेटरी की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक दोनों देशों के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल के बीच लगभग एक घंटे के आसपास बातटीत हुई है. दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा, सहयोग और स्ठिरता को लेकर वार्ता की है.

 

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