गाजा में इजरायली एयर स्ट्राइक में शनिवार की रात से रविवार तक कम से कम 103 लोगों की मौत हो गई. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, रविवार तक गाजा पट्टी के उत्तरी भाग में एक भी कार्यरत अस्पताल नहीं है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि क्षेत्र के उत्तरी भाग में सभी सार्वजनिक अस्पताल अब "सेवा से बाहर" हो गए हैं, क्योंकि इजरायली सेना ने अस्पताल को घेर लिया है, जो इलाके में अंतिम बची हुई मेडिकल सुविधा है.
एएफपी ने मंत्रालय के हवाले से कहा, "इजरायली कब्जे ने इंडोनेशियाई अस्पताल और उसके आसपास भारी गोलीबारी करके अपनी घेराबंदी तेज कर दी है, जिससे मरीजों, मेडिकल कर्मचारियों और आपूर्तियों का आगमन रुक गया है - जिससे अस्पताल को प्रभावी रूप से सेवा से बाहर होना पड़ा है. बयान में कहा गया, "उत्तरी गाजा प्रांत के सभी सार्वजनिक अस्पताल अब सेवा से बाहर हैं. एएफपी ने अस्पताल अधिकारियों और डॉक्टरों के हवाले से बताया कि इजरायल ने गाजा में अपना आक्रमण तेज कर दिया है. जहां पूरे क्षेत्र में रात भर और रविवार तक किए गए हमलों में कम से कम 103 लोग मारे गए.
जानें गाजा में हमलों से कितने लोग मारे गए?
दक्षिणी शहर खान यूनिस और उसके आसपास हवाई हमलों में 48 से ज़्यादा लोग मारे गए, जिनमें से कुछ विस्थापित लोगों के घरों और टेंटों पर भी गिरे. नासेर अस्पताल के प्रवक्ता वीम फ़ेरेस ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि मरने वालों में 18 बच्चे और 13 महिलाएँ शामिल हैं. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय की आपातकालीन सेवाओं के अनुसार, उत्तरी गाजा में जबालिया शरणार्थी शिविर में एक घर पर हुए हमले में एक ही परिवार के नौ लोग मारे गए.
हमास द्वारा संचालित सरकार के तहत काम करने वाले नागरिक सुरक्षा के अनुसार, जबालिया में ही एक परिवार के घर पर हुए एक अन्य हमले में सात बच्चों और एक महिला सहित 10 लोगों की मौत हो गई.
इज़रायली सेना ने चलाया ऑपरेशन गोडिआंस चैरियट
बता दें कि, यह रक्तपात ऐसे समय में हुआ है जब इजरायल ने गाजा में "गिदोन के रथ" नामक एक नए हमले के साथ युद्ध तेज कर दिया है , जिसके तहत इजरायल का कहना है कि वह क्षेत्र पर कब्जा करना, गाजा के दक्षिण में लाखों फिलिस्तीनियों को विस्थापित करना,और सहायता के वितरण पर अधिक नियंत्रण करना चाहता है. इज़रायली सेना ने रात भर के हमलों पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की. इज़रायल ने हमास पर अपने अभियानों में नागरिकों की मौत के लिए ज़िम्मेदार ठहराया है क्योंकि यह चरमपंथी समूह नागरिक क्षेत्रों से काम करता है.