Israel-Hamas Ceasefire: इजरायल-हमास के बीच युद्धविराम के समझौते बाद इजरायली बंधकों की रिहाई का सिलसिला जारी है. गाजा में जारी तनाव के बीच, पूरे हफ़्ते असमंजस की स्थिति के बाद, इजरायल के तीन और बंधकों को हमास ने रिहा कर दिया. इस प्रक्रिया में रेड क्रॉस के कर्मचारियों ने हमास के सदस्यों के साथ बंधकों की रिहाई से संबंधित दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर किए. इसके बाद, इन बंधकों को कार में रिहाई स्थल पर लाया गया, जहां उनकी रिहाई के प्रक्रिया को आधिकारिक रूप से अंजाम दिया गया.
द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार (15 फरवरी) को जिन तीन बंधकों को रिहा किया गया, उनमें रूसी-इसराइली अलेक्जेंडर ट्रौफानोव, अर्जेंटीनी-इसराइली येर हॉर्न और अमेरिकी-इसराइली सागुई डेकेल-चेन शामिल हैं. इन बंधकों को हमास ने खान यूनिस में उस मंच पर खड़ा किया, जहां पर दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर किए गए थे. रिहाई से पहले, इन तीनों बंधकों के हाथों में माइक्रोफ़ोन दिए गए, ताकि वे वहां मौजूद लोगों से बात कर सकें.
🎥 Watch the moment of relief and joy as the families of Sagui Dekel Chen and Iair Horn watched their loved ones return to Israel. pic.twitter.com/hj7RVPZI4J
— Israel Defense Forces (@IDF) February 15, 2025
फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद (PIJ) समूह की सशस्त्र शाखा अल-कुद्स ब्रिगेड ने शनिवार को इजरायली बंधक का एक वीडियो जारी किया. इस वीडियो में, रूसी-इसराइली बंधक अलेक्जेंडर ट्रौफानोव को अपनी रिहाई की ख़बर मिलती हुई दिखाई दे रही है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका कि यह वीडियो कब शूट किया गया था. बता दें कि पीआईजे, हमास से अलग एक समूह है और यह ग़ज़ा में कुछ बंधकों को भी अपने कब्जे में रखे हुए है.
रिहाई की तैयारियां
इस बीच, हमास ने तीन इसराइली बंधकों की रिहाई के लिए दक्षिणी ग़ज़ा के खान यूनिस में तैयारी शुरू कर दी है. इलाके की कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें हमास के हथियारबंद लड़ाके नजर आ रहे हैं, जो रिहाई की प्रक्रिया को सुनिश्चित करने में लगे हुए हैं.
सुबह से ही पहुंच गए थी रेड क्रॉस की गाड़ियां
बताया जा रहा है कि रेड क्रॉस के वाहन शनिवार सुबह ही उस स्थान पर पहुंचे जहां हमास बंधकों को रिहा करने वाला था. पिछले आदान-प्रदान की तरह इस बार भी दर्जनों नकाबपोश, सशस्त्र हमास लड़ाके फिलिस्तीनी झंडों और उग्रवादी गुटों के बैनरों से सजे एक मंच के पास खड़े नजर आए.
इस दौरान वहां लाउडस्पीकर से संगीत बज रहा था. बता दें कि 19 जनवरी को युद्धविराम के लागू होने के बाद से यह छठी अदला-बदली है. अब तक, युद्धविराम के पहले चरण के दौरान 21 बंधकों और 730 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों को मुक्त किया जा चुका है.