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India Daily

तिरंगे को जमीन पर रखकर कुचला, मोहम्मद यूनुस के बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के बाद हिंदुस्तान का अपमान, तस्वीरें देख खौल उठेगा खून!

Bangladesh Hindu: बांग्लादेश के प्रमुख विश्वविद्यालयों में छात्रों को भारतीय राष्ट्रीय ध्वज पर पैर रखते हुए देखा गया. सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें वायरल हो रही है जिसमें देखा जा सकता है कि किस तरह से भारत के तिरंगे का अपमान किया जा रहा है.

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Edited By: Gyanendra Tiwari
Insult of Indian flag in Bangladesh see viral photos
Courtesy: Social Media

Bangladesh Hindu: बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार के बीच एक ऐसी खबर सामने आई जिसे पढ़कर आप भी गुस्सा कर सकते हैं. दरअसल, बांग्लादेश के प्रमुख विश्वविद्यालयों में छात्रों को भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे पर पैर रखते हुए देखा गया. बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों में जानबूझकर मेन गेट पर तिरंगे को  रखा गया ताकि वहां पढ़ने वाले छात्र तिरंगे पर पैर रखकर अंदर प्रवेश कर सकें. बांग्लादेश में हिंदुस्तान के तिरंगे का इस तरह से अपमान होने के बाद भारत के लोग आक्रोश में हैं. 

बांग्लादेश यूनिवर्सिटी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, ढाका यूनिवर्सिटी और नोआखली साइंस एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी में हुई घटनाओं ने आलोचनाओं की आग को हवा दे दी है. ये घटना भारत के राष्ट्रीय प्रतीक को अपमानित करने वाली है. बांग्लादेश सरकार को इस संबंध में जवाब देना चाहिए. 

सोशल मीडिया पर मचा बवाल

बांग्लादेश में भारत के तिरंगे का हुए अपमान की तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं. भारत के लोग इस घटना को निंदनीय बता रहे हैं. हिंदू वॉयस नाम के एक सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट शेयर करके लिखा गया कि बांग्लादेश में भारत के तिरंगे का अपमान करके सीधे तौर पर हिंदुस्तान का अपमान किया गया. 

नोआखली विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रवेश द्वार पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज लगा दिया गया है, जिससे हर किसी को उस पर कदम रखने पर मजबूर होना पड़ रहा है, जिससे हमारे ध्वज का अपमान हो रहा है.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर पर एक यूजर ने लिखा, "बांग्लादेशी मुसलमान भारत और हिंदुओं से नफरत करते हैं. शिक्षा मंत्रालय को सभी मुस्लिम बांग्लादेशी छात्रों को वापस बांग्लादेश भेज देना चाहिए. दिल्ली और पंजाब के विश्वविद्यालयों में हजारों बांग्लादेशी छात्र पढ़ रहे हैं. इन सभी छात्रों को तुरंत बाहर निकाल देना चाहिए."