नई दिल्लीः चीन के उन्नत एयर डिफेंस सिस्टम S-400 भारत में बनी दुनिया की सबसे तेज क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का कुछ बिगाड़ नहीं पाएगी. ये दावा ब्रह्मोस एयरोस्पेस के सीईओ और एमडी अतुल दिनकर राणे ने किया है. उन्होंने कहा कि एस-400 भले ही बेहतरीन एयर डिफेंस सिस्टम हो लेकिन वह ब्रह्मोस का कोई तोड़ नहीं निकाल सकती है.
शानदार खूबियों से लैस है ब्रह्मोस मिसाइल
-- ब्रह्मोस मिसाइल की शानदार रफ्तार के कारण इसे कोई गिरा नहीं सकता है. किसी भी सतह से हवा में वार करने में सुरक्षा प्रणाली से इसे गिराना आसान नहीं है. भली ही वह एस-400 एयर डिफेस सिस्टम ही क्यों न हो.
– ब्रह्मोस मिसाइल हवा में ही मार्ग बदलने में सक्षम है. यह चलते-फिरते टारगेट को नष्ट कर सकता है. यह 10 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम है. यानी यह दुश्मन की राडार के पकड़ में नहीं आती है. यह किसी भी मिसाइल सिस्टम को धोखा देने में सक्षम है.
– यह मिसाइल 1200 यूनिट की ऊर्जा पैदा करती है, जो किसी भी बड़े टारगेट को मिट्टी में मिला सकता है.
– ब्रह्मोस मिसाइल अमेरिका के टोमाहॉक मिसाइल की तुलना में दोगुनी अधिक तेजी से वार करती है .
– युद्धपोत से लॉन्च किए जाने वाली ब्रह्मोस मिसाइल 200 किलोग्राम तक वॉरहेड ले जाने में सक्षम है. यह मिसाइल मैक 3.5 तक की मैक्सिमम स्पीड हासिल कर सकती है.
ये भी पढ़ेंः ग्लोबल नॉर्थ और साउथ के बीच का ब्रिज है भारत, फ्रांस के अखबार को पीएम मोदी ने दिया इंटरव्यू