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Indian Family In Iran: ईरान-इजराइल युद्ध के बीच फंसा एक भारतीय परिवार, मुखिया ने बताई मौजूदा हालत

Indian Family In Iran: ईरान और इजरायल के बीच युद्ध ने पूरे मध्य पूर्व को युद्ध के मैदान में बदल दिया है.इन दोनों देशों में कई भारतीय भी मौजूद हैं.ऐसे में ईरान में पढ़ाई करने गए एक भारतीय परिवार के रिश्तेदारों ने एक प्रतिष्ठित मीडिया चैनल में उनकी सुरक्षा को लेकर मौजूदा हालात के बारे में बताया .

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Anubhaw Mani Tripathi
Indian Family In Iran
Courtesy: Credit: Social Media

Indian Family In Iran: ईरान और इजरायल के बीच छिड़ा युद्ध तीसरे विश्व युद्ध की आग में घी डालने का काम कर रहा है. हालात तब और बिगड़ गए जब ईरान ने मंगलवार को इजरायल पर मिसाइल हमला कर दिया. इस घटना के बाद भी इजरायल ने हार नहीं मानी और सीरिया के हमीम एयर बेस पर हमला कर दिया, जहां रूसी सेना तैनात थी. इजरायल इसके बाद भी रुकने को तैयार नहीं है. ईरान को कहीं न कहीं इस बात का डर जरूर है. क्योंकि इजरायल की तकनीक और सैन्य ताकत ईरान से कहीं ज्यादा है. इस घटना के बाद ईरान में पढ़ाई करने गए भारतीय छात्रों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई जा रही है .

ईरान में कितने भारतीय छात्र हैं?

आज के ग्लोबलाइजेशन के दौर में भारतीय छात्र दुनियाभर के देशों में पढ़ने जाते हैं और अगर पढ़ाई की बात करें तो ईरान से भारत का पुराना रिश्ता है. ईरान के साथ भारत के अच्छे रिश्ते तब से हैं जब उसका नाम पर्शिया था. पहले राजा और व्यापारी एक दूसरे के देशों में आते-जाते रहते थे. फिलहाल विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 10,320 भारतीय ईरान में हैं.

अगर भारतीय छात्रों की बात करें तो 2023 में 1700 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. इनमें से ज़्यादातर छात्र तेहरान में पढ़ रहे हैं. इस जंग के बाद भारत सरकार ने अपने लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है. विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर भारतीय नागरिकों को सुझाव दिया कि वे ईरान की सभी गैर-जरूरी यात्रा को रोक दे. साथ ही कहा गया कि सभी लोग भारतीय दूतावास के संपर्क में रहे.

एक छात्र के परिजन ने दी जानकरी 

ईरान में पढ़ने वाले एक छात्र के परिजन (सैय्यद जाफर हुसैनी) ने एक प्रतिष्ठित मीडिया चैनल में बताया कि मुझे अपने बच्चों की बहुत चिंता है. मेरा बेटा और बहू अपने बच्चों के साथ ईरान में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं. लेकिन जब मैंने वीडियो कॉल पर बच्चों से बात की तो उन्होंने बताया कि वे बिल्कुल ठीक हैं. उन्हें वहां कोई खतरा नहीं है. मुझे उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच कोई युद्ध नहीं होगा .

ईरान के कुछ यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की फीस बहुत कम होने के कारण ज्यादातर भारतीय छात्र वहां मेडिकल की पढ़ाई करने जाते है. भारत की तरह ईरान में एमबीबीएस की डिग्री नहीं मिलती है, लेकिन यह एमबीबीएस के जैसी ही है. डॉक्टर ऑफ मेडिसिन कहा जाता है. वहां से डिग्री लेकर आने के बाद भारतीय बच्चों को एक परीक्षा देना होता है, उसके बाद भी ये लोग भारत में प्रैक्टिस कर सकते है.