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India Daily

कनाडा विवाद के बीच भारत को मिला बांग्लादेश का साथ, कहा- 'भारत ऐसी ओछी.. हमारे संबंध बेहद...'

Bangladesh stand with India: भारत और कनाडा राजनयिक विवाद के बीच बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने कहा कि भारत इस तरह की हरकत नहीं कर सकता है.

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Edited By: Shubhank Agnihotri
कनाडा विवाद के बीच भारत को मिला बांग्लादेश का साथ, कहा- 'भारत ऐसी ओछी.. हमारे संबंध बेहद...'

Bangladesh stand with India: कनाडा और भारत के राजनयिक विवाद के बीच भारत को पड़ोसी देश बांग्लादेश का साथ मिला है.बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए.के अब्दुल मोमेन ने कहा है कि भारत पर उनके देश को गर्व है. भारत इस तरह की कोई ओछी हरकत नहीं करता है. हमें गर्व है कि भारत और बांग्लादेश के संबंध ठोस मूल्यों और सिद्धांतों पर आधारित हैं.

 

हमारे संबंध ठोस बुनियाद पर टिके


समाचार एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा के भारत के ऊपर लगाए गए आरोपों के ऊपर मोमेन ने कहा कि ये बेहद ही दुखद है. हमें इस बारे में अधिक जानकारी नहीं है कि इस पर कुछ ज्यादा कह सकूं. हम इतना जरूर कहना चाहते हैं कि हमें भारत पर गर्व है, वह ऐसी हरकत नहीं करता है. भारत के साथ हमारे संबंध मजबूत विश्वास और ठोस सिद्धांतों की बुनियाद पर आधारित हैं.यह एक दुखद प्रकरण है कि भारत और कनाडा के बीच का यह  विवाद जल्द ही सौहार्दपूर्ण तरीके से समाप्त होगा.


कनाडा के नेता ने भी लगाई लताड़

कनाडा के लिबरल पार्टी के नेता और सांसद चंद्र आर्या ने भी भारत के ऊपर बगैर सबूतों के आरोप लगाने पर ट्रूडो को जमकर लताड़ लगाई थी. उन्होंने कहा था कि कोई खालिस्तानी नेता किसी कनाडाई समूह पर हमला करने के बाद कैसे बच सकता है? चंद्रा आर्या ने एक वीडियो के जरिए कहा था कि, कनाडा में सिखों का एक बड़ा वर्ग है जो खालिस्तान का समर्थन नहीं करता है. अधिकतर कनाडाई सिख कई वजहों से खालिस्तान आंदोलन की सार्वजनिक तौर से आलोचना नहीं कर सकते हैं इसके पीछे की वजह पारिवारिक संबंध, सामाजिक और सांस्कृतिक जुड़ाव है. कनाडाई हिंदू कम्युनिटी के साथ गहराई से जुडे़ हुए हैं.

 


भारत को मिला अमेरिका का साथ

अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रूबिन ने कनाडा से सवाल किया कि जिस आतंकी के हाथ खून से सने हुए हैं, कनाडाई सरकार उसका समर्थन किस वजह से कर रही है? रूबिन ने कहा था यदि अमेरिका को कनाडा और भारत में किसी एक को चुनना पड़े तो वह निश्चित तौर पर भारत का चुनाव करेगा.

 

 

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