India Canada Row: भारत और कनाडा के बीच इन दिनों तनाव बढ़ चुका है. कनाडा में हरदीप निज्जर की हत्या के बाद कनाडा की ओर से आशंका जताई गई थी कि इस हत्या के भारत का हाथ है. कनाडा की ओर से पहले भारत के राजदूत को निष्कासित किया गया था जिसके बाद भारत ने भी कनाडा के राजदूत को निष्कासित कर दिया और कनाडा से भारत आने वाले लोगों के लिए वीजा सर्विस को अनिश्चित काल के लिए रोक लगा दी है. आपको बता दें, कनाडा में अभी 15 लाख से अधिक भारतीय मूल के लोग रह रहे हैं. पंजाब में दोनों देश के बीच का यह तनाव चर्चा का विषय बना हुआ है क्यों कि भारत में पंजाब ही एक ऐसा राज्य है जहां के काफी लोग कनाडा में रहते हैं.
पंजाब के लोगों में कनाडा जाने का चलन करीब 20 साल पहले शुरू हुआ था. जानकारी के अनुसार भारत से हर साल करीब दो लाख से अधिक छात्र पढ़ाई करने के लिए कनाडा जाते हैं जिनमें से करीब 45 फीसद छात्र पंजाब के होते हैं. भारत सरकार की ओर से कनाडा से आने वाले लोगों के वीजा पर रोक लगाने के फैसले से हर कोई चिंतित हैं. भारत सरकार के द्वारा वीजा पर रोक लगाए जाने के बाद अब हर कोई यह जानना चाहता है कि जिनके बच्चे कनाडा जा चुके हैं या वैसे परिवार जो अपने बच्चे को कनाडा भेजना चाहते हैं तो क्या करें.
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आइलेट्स केंद्र प्रबंधक सपना मनखण्ड ने कहा कि दोनों देश के बीच तनाव के बाद भी छात्रों पर कोई असर नहीं पड़ा है. उन्होंने कहा कि छात्र पीटीई और आइलेट्स करने के लिए उनके केंद्र में पहले की तरह ही आ रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि कुछ अभिभावक कनाडा में रहने वाले लोगों ने जानकारी ले रहे हैं और उनका कहना है कि हालात सामान्य हैं और कोई खतरा नहीं है.
ब्रिटिश एजुकेअर के एमडी रोहित गुप्ता ने भी कनाडा में हालात को पूरी तरह से सामान्य बताया है. रोहित गुप्ता ने कहा कि विद्यार्थियों को घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है. रोहित गुप्ता ने दावा करते हुए कहा कि दोनों देश के बीच हालात जल्द ही सामान्य होने की उम्मीद है.
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