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India Daily

'हैवान' को मिली 475 साल की सजा, करता था ये घिनौना काम कि मानवता हो गई शर्मसार

शख्स को कुत्तों की अवैध लड़ाई करवाने के मामले में दोषी पाया गया है, जिसको कोर्ट ने 475 साल जेल की सजा सुनाई है. दोषी की पहचान 57 साल के विंसेंट लेमार्क के तौर पर हुई है.

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Edited By: Mayank Tiwari
जार्जिया के शख्स को मिली 475 साल की सजा
Courtesy: Social Media

अमेरिका के जॉर्जिया राज्य से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां पर एक व्यक्ति को कुत्तों की अवैध लड़ाई कराने के जुर्म में 475 साल की सजा सुनाई गई है. दरअसल, यह सजा इतनी लंबी है कि इसे पूरा करने में आरोपी को कई जन्म लेने होंगे. हालांकि, कोर्ट द्वारा दी गई इस सजा ने देशभर में हलचल मचा दी है और इसे डॉग फाइटिंग के मामलों में अब तक की सबसे लंबी सजा माना जा रहा है. 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 57 साल के विंसेंट लेमार्क बुरेल पर आरोप था कि वह 100 से ज्यादा पिटबुल कुत्तों को लड़ाई के लिए पाल रहा था और उन्हें ट्रेनिंग दे रहा था. इस ऐतिहासिक सजा ने अमेरिका में सनसनी मचा दी है.

कैसे हुई सजा का निर्धारण?

पॉल्डिंग काउंटी की अदालत में इस मामले की सुनवाई के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए है. अदालत ने विंसेंट लेमार्क बुरेल को 93 बार डॉग फाइटिंग का दोषी पाया, और हर एक दोष पर उसे 5 साल की सजा दी गई. इसके अलावा, बुरेल को 10 मामलों में जानवरों के प्रति क्रूरता का दोषी पाया गया, जिसके तहत हर मामले में 1 साल की अतिरिक्त सजा जोड़ी गई. वहीं, इस तरह कुल मिलाकर उसे 475 साल की सजा सुनाई गई है.

अदालत और अभियोजक की क्या रही प्रतिक्रिया?

इस मामले के मुख्य अभियोजक केसी पगनोत्ता ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "यह फैसला उन सभी के लिए एक चेतावनी है जो जानवरों के साथ क्रूरता करते हैं. ऐसे में समाज को इस तरह के अत्याचारों के खिलाफ खड़ा होना चाहिए और इन्हें रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए.

जानिए दोषी विंसेंट लेमार्क बुरेल के वकील ने क्या कहा?

वहीं, बुरेल के वकील डेविड हीथ ने इस फैसले को अदालत में चुनौती देने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा, "यह फैसला साक्ष्यों के विपरीत है और हमें इसे फिर से चुनौती देने का अधिकार है. बता दें कि, यह मामला अमेरिका में जानवरों के प्रति क्रूरता और डॉग फाइटिंग जैसे जघन्य अपराधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.