Israel Hamas War: अमेरिकी सेना ने अपनी घोषणा में कहा है कि गाइडेड-मिसाइल से लैस एक न्यूक्लियर सबमरीन मध्य-पूर्व के हिस्सों में पहुंच गई है. अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने कहा कि ओहियो सीरीज की एक परमाणु पनडुब्बी क्षेत्र में प्रवेश कर रही है. रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका की ओर से इस तरह की घोषणाएं प्राय: नहीं की जाती हैं. इससे पहले शायद ही कभी अमेरिकी सेना ने बैलिस्टिक और गाइडेड मिसाइल पनडुब्बियों के बारे में ऐसी घोषणा की हो. यह मध्य-पूर्व के देशों को स्पष्ट संदेश है जो इजरायल और अमेरिकी विरोधी हैं.
अमेरिकी सेना ने ओहियो सीरीज की इस पनडुब्बी की पहचान को लेकर खुलासा नहीं किया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका ने यह भी नहीं बताया कि यह टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों को ले जाने वाली चार पनडुब्बियों में से एक है या ट्राइडेंट- II बैलिस्टिक मिसाइलों को ले जाने वाली 14 पनडुब्बियों में से एक है. ट्राइडेंट- II अमेरिका की न्यूक मिसाइल है जो एक साथ कई वारहेड ले जा सकती है. यह सबमरीन मिडिल-ईस्ट में अमेरिकी सैन्य ताकत में महत्वपूर्ण इजाफा करेगी.
On November 5, 2023, an Ohio-class submarine arrived in the U.S. Central Command area of responsibility. pic.twitter.com/iDgUFp4enp
— U.S. Central Command (@CENTCOM) November 5, 2023
परमाणु पनडुब्बी की क्षेत्र में तैनाती से पहले अमेरिकी सैनिकों के ऊपर इराक और सीरिया में लगातार हमले होते रहे हैं. लेकिन अमेरिका ने इसका इस्तेमाल एक प्रतिरोध के तौर पर करने की बात कही है. अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा था कि क्षेत्र में अतिरक्त सैन्य बलों की तैनाती का उद्देश्य क्षेत्रीय विरोध को रोकना है. इसके अलावा इस क्षेत्र में तैनात अमेरिकी बलों की सुरक्षा करना और इजरायल की मदद करना भी शामिल है.
ओहियो क्लास की सबमरीन परमाणु उर्जा से संचालित होने वाली पनडुब्बियां हैं. यह क्रूज मिसाइलों को ले जाने में सक्षम हैं. यह सबमरीन मिसाइलों से लैस और आधुनिक संचार सुविधाओं से सुसज्जित हैं.इस पनडुब्बी की लंबाई 500 फीट और चौड़ाई 42 फीट है. यह 18750 टन तक का भार ढोने में सक्षम है. यह 22 किमी की रफ्तार से समंदर के अंदर जा सकती है. रिपोर्ट के अनुसार, अगर अमेरिकी बलों पर हमला होता है तो यह पनडुब्बी दुश्मन के खिलाफ रणनीतिक रूप से बड़ी भूमिका निभा सकती है.
यह भी पढ़ेंः 'इजरायली अत्याचारों के खिलाफ साथ आएं मुस्लिम राष्ट्र', हमास चीफ से मिले पाकिस्तानी नेता