नई दिल्लीः इस्लामाबाद की ओर से अफगान शरणार्थियों के ऊपर अस्थिरता के लगाए गए आरोपों पर वाशिंगटन ने पाकिस्तान की बोलती बंद कर दी है. व्हाइट हाउस ने कहा कि पाकिस्तान या अफगानिस्तान सीमी से जुडे़ इलाकों में रह रहे अफगानी लोगों के किसी भी आतंकवादी समूह या ऐसे कृत्यों में शामिल होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं. अमेरिका के सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने यह बात एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहीं. बीते दिनों पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आशिफ ने कहा था कि पाकिस्तान में बढ़ रही आतंकी घटनाओं के पीछे अफगान शरणार्थी समूह हैं.
पाक रक्षा मंत्री ने लगाए थे आरोप
आसिफ ने कहा था कि वर्तमान स्थिति में पाकिस्तान द्वारा अफगान शरणार्थियों को दी गई सुविधाओं ने हमारी चिंताओं को बढ़ा दिया है. उन्होंने कहा था कि अफगान शरणार्थियों को दी गई सुविधाओं के चलते हमारी मुश्किलें बढ़ गई हैं. उन्होंने अफगानी नागरिकों के ऊपर आतंकी घटनाओं में शामिल होने का आरोप लगया था. जॉन किर्बी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए पाक को आईना दिखाया है, उन्होंने कहा कि अफगान शरणार्थियों के किसी भी आतंकी गुट में शामिल होने के अभी तक हमें कोई सबूत नहीं मिले हैं. पाकिस्तान की ओर से लगाए ये सारे आरोप निराधार प्रतीत होते हैं.
आतंक के खात्मे को लेकर साथ काम करना जारी रखेगा यूएस
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए किर्बी ने कहा कि बड़ी संख्या में अफगान नागिरकों की मदद करने के लिए अमेरिका पाकिस्तान की सरहाना करता है साथ ही हम आतंकवाद की चुनौतियों से निपटने के लिए अमेरिका पाकिस्तान के साथ काम करना जारी रखेगा. आसिफ ने अपने संबोधन में पाकिस्तान की पिछली सरकार के खिलाफ आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने अपने शासन के दौरान काफी गंभीर गलतियां की थीं.
पाक ने लगाए थे अफगानिस्तान पर आरोप
पाक रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बीते हफ्ते कहा था कि पाक में बढ़ रही आतंकी गतिविधियों के पीछे अफगान शरणार्थी हैं. उन्होंने प्रत्यक्ष तौर पर पड़ोसी देश का नाम लिए बिना अफगानिस्तान के ऊपर निशाना साधा था. पाकिस्तान में लगभग 500,000 अफगान प्रवासी पहले से ही मौजूद है.
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