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'ब्लैकआउट के दौरान पाकिस्तानी हैंडलर्स के संपर्क में थी यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा', सुरक्षा एजेंसियों का बड़ा खुलासा

ज्योति मल्होत्रा का जिक्र करते हुए हिसार के एसपी शशांक सावन ने कहा कि आधुनिक युद्ध में दुश्मन अपने पक्ष में पॉजिटिव नैरिटिव बनाने की कोशिश करता है. ज्योति की संलिप्तता से पता चलता है कि उसने पाकिस्तान के पक्ष में पॉजिटिव नैरेटिव बनाने की कोशिश की.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
YouTuber Jyoti Malhotra was in contact with Pakistani handlers during the blackout in Operation Sind

सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया है कि पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाली यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा और तीन अन्य ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी पाकिस्तानी हैंडलर्स के संपर्क में थे. एजेंसियों ने दावा किया कि नॉर्थ इंडिया में ब्लैकआउट के दौरान ज्योति मल्होत्रा लगातार पाकिस्तानी हैंडलर्स के संपर्क में थी.

एक दिन पहले गई थी दिल्ली

सूत्रों ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर से एक दिन पहले 6 मई को ज्योति नई दिल्ली गई थी और वह अगले कुछ दिनों तक पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात अपने हैंडलर दानिश और अन्य के संपर्क में थी. इसी तरह अन्य आरोपी भी हैंडलर्स के संपर्क में थे. 13 मई से हरियाणा पुलिस ने पानीपत में गार्ड के तौर पर काम करने वाले उत्तर प्रदेश के निवासी नौमान इलाही, कैथल निवासी देवेंदर सिंह ढिल्लों, हिसार निवासी मल्होत्रा और नूंह के राजाका निवासी अरमान को गिरफ्तार किया. सुरक्षा एजेंसियां लगातार इन आरोपियों से पूछताछ कर रही हैं. इन सभी पर पाकिस्तानी हैंडलर्स के लिए जासूसी करने और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों से जुड़ी अहम जानकारी साझा करने का आरोप है.

पाकिस्तान के पक्ष में पॉजिटिव नैरेटिव बनाने की कोशिश

ज्योति मल्होत्रा का जिक्र करते हुए हिसार के एसपी शशांक सावन ने कहा कि आधुनिक युद्ध में दुश्मन अपने पक्ष में पॉजिटिव नैरिटिव बनाने की कोशिश करता है. ज्योति की संलिप्तता से पता चलता है कि उसने पाकिस्तान के पक्ष में पॉजिटिव नैरेटिव बनाने की कोशिश की. इसी तरह से अन्य  प्रभावशाली व्यक्तियों और यूट्यूबर्स को शामिल किया जा रहा है.

सूत्रों के मुताबिक, ज्योति की कमाई उसके द्वारा यात्राओं पर किए गए खर्च से अधिक थी. इसके अलावा उसकी कुछ यात्रा प्रायोजित हो सकती हैं. सावन ने कहा कि ज्योति लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों की रडार पर थी. एजेंसियों ने ओडिशा के एक अन्य यूट्यूबर को भी जांच के दायरे में रखा था.

पाकिस्तानी आकाओं के संपर्क में था अरमान
अरमान को लेकर जांच एजेंसियों ने पाया है कि वह एक आतंकवादी के माध्यम से पाकिस्तान के आकाओं के संपर्क में था. उसने अपनी आईडी से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों के लिए भारतीय मोबाइल सिम कार्ड की भी व्यवस्था की थी. वह एक रक्षा प्रदर्शनी में शामिल हुआ था और पाकिस्तानी एजेंसियों के साथ उसने उसकी डिटेल शेयर की थी.