जहां एक ओर महिलाओं को लेकर कानून व्यवस्था सख्त हो रही है. वहीं दुसरी ओर महिलाएं उतनी ही ज्यादा छेड़छाड़, रेप और ब्लैकमेलिंग जैसी समस्या का सामना करती है. अब आगरा से भी ऐसी ही एक खबर सामने रही है. जिसको सुनने और पढ़ने के बाद मन में एक ही सवाल आने लगेगा कि आखिर महिलाएं कब कहां और कैसे सुरक्षित होंगी.
दरअसल दिल्ली से अलीगढ़ अपने ससुराल जा रही 22 वर्षीय नवविवाहिता से मंगलवार आधी रात को स्पेशल पैसेंजर ट्रेन के डिब्बे में चार लोगों ने छेड़छाड़ की. जब उसके पति ने विरोध किया तो बदमाशों ने उसके साथ गाली-गलौज की. मदद की गुहार लगाने के बावजूद अन्य यात्री मूकदर्शक बने रहे. दंपत्ति के अलीगढ़ रेलवे जंक्शन पर उतरने के बाद भी उत्पीड़न जारी रहा. जब उसके पति ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो बदमाशों ने उसे बेल्ट से पीटा.
महिला के मदद के लिए चिल्लाने पर यात्री चुपचाप देखते रहे. मदद के लिए उसकी चीख-पुकार ने आखिरकार प्लेटफॉर्म पर मौजूद अन्य लोगों का ध्यान खींचा और पुलिस को सूचना दी गई. पत्नी ने आरोप लगाया कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय जीआरपी कर्मियों ने शुरू में उसके पति को हिरासत में ले लिया. दंपत्ति के रिश्तेदार जल्द ही स्टेशन पहुंच गए और विरोध प्रदर्शन किया. हंगामे के बाद जीआरपी ने पति को छोड़ दिया सिंह कुबेरपुर निवासी महेश समेत तीन अन्य फरार हैं. दो अपराधियों की पहचान नहीं हो सकी है.
महिला ने बताया, 'दिल्ली से ट्रेन के रवाना होते ही गुंडे मुझे घूरने लगे. जब मैंने विरोध किया तो उन्होंने मुझे छूने की कोशिश की. मेरे पति ने बीच-बचाव करने की कोशिश की लेकिन उन पर हमला कर दिया गया. हालांकि मैंने मदद की गुहार लगाई, लेकिन अन्य यात्री चुपचाप देखते रहे.'
वहीं जीआरपी एसएचओ शैलेंद्र यादव ने बताया, 'पीड़िता के पति द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद, बीएनएस धारा 74 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग), 115-2 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और 352 (शांति भंग करने के लिए उकसाने वाला अपमान) के तहत मामला दर्ज किया गया.' दंपति की शादी दो महीने पहले हुई थी और तब से वे दिल्ली में रह रहे हैं, जहां पति कपड़े बेचने का व्यवसाय करता है. दंपति परिवार में एक शादी में शामिल होने आए थे. (यौन उत्पीड़न से संबंधित मामलों पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार पीड़िता की पहचान उसकी गोपनीयता की रक्षा के लिए उजागर नहीं की गई है)