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दिल्ली में बीजेपी के CM पर सस्पेंस कायम! महिला, पुराने दिग्गज या फिर पूर्वांचली होगा फेस?

बीजेपी में आमतौर पर केंद्रीय नेतृत्व से पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाते हैं, जो नए चुने गए विधायकों से मिलकर उनकी राय पार्टी के उच्च नेतृत्व तक पहुंचाते हैं, जिसके बाद मुख्यमंत्री के उम्मीदवार का चयन होता है.

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Edited By: Mayank Tiwari
BJP की निर्णायक विजय और कौन होगा दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री?
Courtesy: X@narendramodi

भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में बड़ी जीत हासिल की है, जिसमें पार्टी ने 70 सीटों में से 48 सीटों पर विजय प्राप्त की. इस ऐतिहासिक जीत के बाद, पार्टी की अगली मुख्यमंत्री के चयन को लेकर 19 फरवरी को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी. वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है. ऐसे में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया 20 फरवरी को रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण समारोह के साथ शुरू होगी.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी की इस बड़ी जीत ने दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) को बाहर कर दिया, जिसने सिर्फ 22 सीटों पर जीत हासिल की. आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी को मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के बारे में निर्णय लेने में 10 दिन लग गए, जो उनकी असमर्थता को दर्शाता है.

आम आदमी पार्टी का विरोध

इस दौरान दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री अतीशी ने कहा, "अब यह साफ हो गया है कि भाजपा के पास कोई स्पष्ट मुख्यमंत्री का उम्मीदवार नहीं है और यह भी स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री मोदी को 48 चुने हुए विधायकों पर विश्वास नहीं है.

जानिए कौन हैं मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवार?

दिल्ली विधानसभा चुनावों के परिणाम 8 फरवरी को घोषित होने के बाद कई नाम मुख्यमंत्री पद के लिए सामने आए हैं. प्रमुख उम्मीदवारों में परवेश वर्मा (नई दिल्ली), विजेंद्र गुप्ता (रोहिणी), रेखा गुप्ता (शालीमार बाग), आशीष सूद (जनकपुरी), शिखा रॉय (ग्रेटर कैलाश), बंसुरी स्वराज (नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र), मनोज तिवारी (उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र), चंदन चौधरी (संगम विहार), और पंकज कुमार सिंह (विकासपुरी) शामिल हैं.

इधर, परवेश वर्मा की चुनावी सफलता उन्हें इस पद के लिए प्रमुख उम्मीदवार बनाती है, क्योंकि नई दिल्ली क्षेत्र से जीते हुए उम्मीदवारों को मुख्यमंत्री पद पर काबिज किया जाता रहा है. इसके अलावा, महिला वोटरों के महत्वपूर्ण योगदान के कारण पार्टी महिला उम्मीदवार पर भी विचार कर सकती है. जिसमें रेखा गुप्ता, शिखा रॉय और बंसुरी स्वराज को इस संदर्भ में मजबूत दावेदार माना जा रहा है.

पूर्वांचल समुदाय से मुख्यमंत्री चयन की संभावना

पूर्वांचल समुदाय के वोटरों के भाजपा की जीत में अहम योगदान के चलते, पार्टी इस समुदाय से किसी नेता को मुख्यमंत्री बना सकती है. जिसमें मनोज तिवारी, चंदन चौधरी और पंकज कुमार सिंह के नाम इस संदर्भ में चर्चा में हैं.

BJP की ऐतिहासिक विजय

2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 70 में से 48 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत प्राप्त किया. यह चुनाव मुख्य रूप से भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच हुआ था, जिसमें आम आदमी पार्टी ने मात्र 22 सीटों पर ही जीत हासिल की.

कैसे होती है मुख्यमंत्री चयन की प्रक्रिया?

बीजेपी में आमतौर पर केंद्रीय नेतृत्व से पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाते हैं, जो नए चुने गए विधायकों से मिलकर उनकी राय पार्टी के उच्च नेतृत्व तक पहुंचाते हैं, जिसके बाद मुख्यमंत्री के उम्मीदवार का चयन होता है.

शपथ ग्रहण समारोह

20 फरवरी को आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में 20 राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री, कई देशों के राजनयिक, फिल्मी सितारे और उद्योगपति शामिल होंगे. इसके अलावा, केंद्रीय सरकार की योजनाओं के लाभार्थी, विशेष रूप से लाडली बहना, को भी इस समारोह में आमंत्रित किया जाएगा.