menu-icon
India Daily

कौन है सौरभ लूथरा? आग लगने के बाद स्थानीय सरपंच ने बताया गोवा नाइटक्लब के 'मालिक' का नाम; जानें पूरा बैक ग्राउंड

गोवा के 'बर्च बाय रोमियो लेन' नाइट क्लब में आग लगने के बाद क्लब के कथित ओनर सौरभ लूथरा पर सवाल उठ रहे हैं. स्थानीय सरपंच ने दावा किया कि क्लब बिना कंस्ट्रक्शन लाइसेंस के चल रहा था.

auth-image
Edited By: Km Jaya
Saurabh Luthra India daily
Courtesy: @Kunal_Mechrules x account

पणजी: गोवा के अरपोरा क्षेत्र में स्थित 'बर्च बाय रोमियो लेन' नाइट क्लब में भीषण आग लगने के बाद अब क्लब के कथित ओनर सौरभ लूथरा चर्चा में हैं. इस हादसे में 25 लोगों की मौत हो चुकी है और कई गंभीर रूप से घायल हुए हैं. स्थानीय सरपंच रोशन रेडकर के अनुसार क्लब का संचालन सौरभ लूथरा कर रहे थे और उनके खिलाफ पहले भी कई शिकायतें दर्ज की गई थीं. 

जांचकर्ता ने बताया कि क्लब जिस स्ट्रक्चर में चल रहा था वह बिना किसी कंस्ट्रक्शन लाइसेंस के बनाया गया था. पंचायत की ओर से क्लब को डिमोलिशन नोटिस भी दिया गया था, लेकिन अपील दायर होने के बाद उस पर स्टे मिल गया था. सरपंच के अनुसार क्लब पर जमीन मालिकों और बिजनेस पार्टनर्स के साथ विवाद भी चल रहा था, जिससे मामला और जटिल हो गया था.

कौन है सौरभ लूथरा?

जानकारी के अनुसार सौरभ लूथरा को एक सफल रेस्टोरेंट और बार उद्यमी के रूप में जाना जाता है. लिंक्डइन प्रोफाइल पर उन्हें रोमियो लेन, बर्च और ममाज बुओई के चेयरमैन के रूप में बताया गया है. वेबसाइट के अनुसार वे गोल्ड मेडलिस्ट इंजीनियर हैं जिन्होंने एफ एंड बी इंडस्ट्री में तेजी से पहचान बनाई है. रोमियो लेन की मौजूदगी भारत के 22 शहरों और चार देशों में बताई जाती है. 

हालांकि इस हादसे पर लूथरा की ओर से किसी तरह की सार्वजनिक प्रतिक्रिया अभी तक नहीं आई है. इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने जांच तेज कर दी है और क्लब के मालिक और मैनेजर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. 

रेस्क्यू ऑपरेशन में क्यों हुई देरी?

आग की वजह सिलेंडर ब्लास्ट बताई जा रही है, हालांकि कुछ चश्मदीदों का दावा है कि आग क्लब की पहली मंजिल से शुरू हुई जहां उस समय करीब 100 लोग मौजूद थे. आग लगने के बाद फायर ब्रिगेड को भी क्लब तक पहुंचने में दिक्कत हुई क्योंकि एंट्री और एग्जिट बेहद संकरे थे. फायर टैंकर्स को लगभग 400 मीटर दूर रोकना पड़ा जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी हुई. गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने घटना स्थल का दौरा करने के बाद मैजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि क्लब को संचालित करने में गंभीर चूक हुई है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.