उत्तरकाशी: टूटी टनल से कब निकलेंगे मजदूर? हफ्ते से लड़ रहे जिंदगी की जंग…बचाव अभियान जारी

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल टूटने से 40 मजदूर फंस गए. सभी पिछले हफ्ते भर से टनल के अंदर जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं. सुरंग में बचाव अभियान जारी है

Gyanendra Sharma

Uttarkashi:  उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल टूटने से 40 मजदूर फंस गए. सभी पिछले हफ्ते भर से टनल के अंदर जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं. सुरंग से उन्हें निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है, लेकिन सफलता अभी तक सफलता नहीं मिली है. शुक्रवार दोपहर को ड्रिलिंग मशीन की ओर फिर से मलबा गिरने के बाद कुछ देर के लिए रोक दिया गया.

कई प्रयास फेल होने के बाद रेस्क्यू टीम फिर से काम कर रही है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही मजदूरों को बचा लिया जाएगा. अंदर फंसे हुए मजदूरों से लगातार संपर्क बनाया जा रहा है और उनसे स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के बारे में पूछताछ की जा रही है.

इसके पहले सुरंग में 5वीं ट्यूब डालते समय मलबा मशीन की तरफ गिरने लगा. बचाव कार्य में लगे कर्मियों को सुरंग से बाहर निकाला गया और करीब एक घंटे तक ऑपरेशन रोक दिया गया. इससे पहले भी दिन में इसी तरह मलबा गिरने की घटनाएं हुई थीं. इससे बचाव कार्य में और देरी होने की संभावना है.

सूत्रों के मुताबिक, ड्रिलिंग के लिए इस्तेमाल की जाने वाली अमेरिकी ऑगर मशीन में तकनीकी खराबी आ गई, जिससे बचाव प्रयासों पर प्रभाव पड़ा. अब तक मशीन आज छह मीटर सहित कुल 24 मीटर ड्रिलिंग कर ही पाइप बिछा सकी है. सुरंग परियोजना निदेशक, अंशू मनीष खुल्को ने कहा कि कुल 24 (मीटर) हैं, जिनमें से 22 मीटर ड्रिल किए जा चुके हैं... हम एक बैकअप बनाते हैं ताकि काम बिना किसी बाधा के चलता रहे.

बचाव दल ने सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे 40 मजदूरों को निकालने के लिए चल रहे अभियान में रात भर में महत्वपूर्ण प्रगति की थी, जिसमें 900 मिमी व्यास और 6 मीटर की लंबाई वाले पांच पाइप अब पूरी तरह से मलबे में डाले गए थे. हालाँकि, मलबे के भीतर एक कठोर पदार्थ की उपस्थिति ने ड्रिलिंग प्रक्रिया को अस्थायी रूप से रोक दिया.

बता दें कि यह टनल चारधाम प्रोजेक्ट के तहत ब्रह्मखाल और यमुनोत्री नेशनल हाई वे पर सिल्क्यारा और डंडलगांव के बीच बनाई जा रही है. यह टनल 4.5 किलोमीटर लंबी बनाई जा रही है. टनल टूटने की घटना दिवाली के दिन यानी 12 नवंबर को सुबह करीब 4 बजे हुआ था.यहां पर करीब 40 मजदूर फंसे हुए हैं.