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Haldwani Violence: उत्तराखंड पुलिस ने हल्द्वानी हिंसा का निकाला NGO कनेक्शन, फंडिंग का आरोप

Haldwani Violence: उत्तराखंड के हल्द्वानी में अवैध मदरसे को ध्वस्त करने के दौरान भड़की हिंसा मामले में उत्तराखंड पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने एक एनजीओ की पहचान की है जिस पर हिंसा के लिए धन इकट्ठा करने का आरोप लगे है.

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Edited By: India Daily Live
Haldwani violence

Haldwani Violence: 8 फरवरी को हुए हल्द्वानी हिंसा को लेकर धामी सरकार एक के बाद एक ताबड़तोड़ एक्शन ले रही है. इसी कड़ी में  उत्तराखंड पुलिस ने एक एनजीओ की पहचान की है जिस पर हिंसा के लिए धन इकट्ठा करने का आरोप लगा है. दरअसल उत्तराखंड पुलिस ने एक एनजीओ की पहचान की है जिसने कथित तौर पर इस महीने की शुरुआत में हलद्वानी के बनभूलपुरा इलाकों में हिंसा के लिए धन इकट्ठा किया था. पुलिस ने सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में गैर-लाभकारी संस्था के लाभार्थियों को चेतावनी दी कि दान देने वालों की पहचान की जा रही है. 

पुलिस ने अपने बयान में कहा कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें बनभूलपुरा इलाके में एक युवक लोगों को पैसे बांट रहा है. पुलिस इस संबंध में जांच कर रही है. एनजीओ के अकाउंट नंबर, रजिस्ट्रेशन नंबर, पैन नंबर से संबंधित जानकारी आयकर विभाग और अन्य एजेंसियों को भी दे दी गई है, जिसके द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. पुलिस का कहना है कि हैदराबाद यूथ करेज एनजीओ को दान देने वालों की पहचान की जा रही है. एनजीओ का खाता और पंजीकरण संख्या जब्त करने की कार्रवाई की जा रही है. 

पुलिस ने सख्त एक्शन की दी चेतावनी 

पुलिस ने कहा कि वे उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जो अवैध रूप से पैसे लेते हैं और दंगाइयों का समर्थन करते हैं. वहीं इसके साथ हिंसा के बारे में सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें पोस्ट करते हैं. सभी से अनुरोध है कि वे ऐसे गैर सरकारी संगठनों का किसी भी तरह से समर्थन न करें. 

हिंसा मामले में 74 लोगों की गिरफ्तारी 

आठ फरवरी को हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने बुधवार को छह लोगों को गिरफ्तार किया है. अब तक 74 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. बीते दिनों अवैध मदरसे को ध्वस्त करने के दौरान भड़की हिंसा में चार लोगों की मौत और 250 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को कर्फ्यू लगाना पड़ा और साइट पर गोली मारने का आदेश जारी करना पड़ा था.