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मैतेई कपल की हत्या से इम्फाल में बवाल, पुलिस की रिपोर्ट से खुले कई राज!

मणिपुर में जारी हिंसा में कई लोगों की जान जा चुकी है. 6 जुलाई को एक मैतेई कपल की हत्या कर दी गई थी. इस हत्या को लेकर राज्य में हंगाम मचा हुआ है.

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Gyanendra Sharma
मैतेई कपल की हत्या से इम्फाल में बवाल, पुलिस की रिपोर्ट से खुले कई राज!

नई दिल्ली: मणिपुर में जारी हिंसा में कई लोगों की जान जा चुकी है. 6 जुलाई को एक मैतेई कपल की हत्या कर दी गई थी. इस हत्या को लेकर राज्य में हंगाम मचा हुआ है. इसपर मणिपुर पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, गांव से गुजर रहे हथियारबंद कुकी आतंकवादियों ने जोड़े को देखा और उन्हें अपहरण कर के अज्ञात स्थान पर ले गए.

पुलिस ने कहा कि ऐसा लगता है कि मैतेइ दंपत्ति ने इलाका छोड़ने की सलाह को नजरअंदाज किया.  इससे पहले कि वे जातीय हिंसा प्रभावित मणिपुर के कुकी-नियंत्रित गांव में पहुंचे और उनकी हत्या कर दी गई. राज्य द्वारा मोबाइल इंटरनेट बहाल करने के बाद सोमवार देर रात सामने आई तस्वीरों के अनुसार, ऐसा लगता है कि दंपति की हत्या कर दी गई है.

दंपत्ति को गांव छोड़ने की सलाह दी गई

रिपोर्ट में कहा गया है कि जौपी गांव में कुकी गांव के लोगों के एक समूह ने जोड़े को अपहरण करने से पहले अपने क्षेत्र में लौटने के लिए कहा था. मणिपुर पुलिस की प्रारंभिक जांच में पाया गया कि हेमनजीत सिंह और वह 17 वर्षीय लड़की जिसके साथ वह रिश्ते में था, 6 जुलाई को भाग गए थे. उन्हें जौज़ंगटेक पहुंचने से पहले लाइका के पास एक पत्थर की खदान में देखा गया था. सुबह लगभग 8 बजे, सिंह ने लड़की को इम्फाल के कीशमपत मुतुम लीखाई में उसके ट्यूशन सेंटर से उठाया.

पुलिस ने लड़की के पिता की शिकायत के आधार पर सिंह के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया. जिन्होंने कहा कि उनकी बेटी को उसकी इच्छा के खिलाफ शादी के लिए मजबूर किया गया था. रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों मोटरसाइकिल से निकले और पत्थर खदान के पास सेल्फी ले रहे थे. बिष्णुपुर अवांग में एक घर के बाहर लगे कैमरों के सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, मोटरसाइकिल पर सवार दोनों लोग सुबह 9:12 बजे बिष्णुपुर वन गेट की दिशा से ओल्ड कछार रोड से गुजरे.

अपहरण से पहले लड़की को खदान के पास देखा गया

पुलिस ने सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि अपहरण से पहले सिंह और लड़की को खदान के पास देखा गया था. दोनों की हत्या 8 जुलाई (सिंह) और 11 जुलाई (लड़की) को की गई थी. अब मामले की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों के शवों को लुखराबी युम्फम नामक स्थान पर दफनाया गया था. पुलिस ने कहा कि राज्य में "कानून-व्यवस्था" की स्थिति के कारण वे वहां जाने में असमर्थ हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसे जटिल मामले की जांच के लिए सीबीआई जैसी उच्च प्रशिक्षित और साधन संपन्न जांच एजेंसी की आवश्यकता है.

इम्फाल में विरोध प्रदर्शन

दंपति का आखिरी सेलफोन लोकेशन चुराचांदपुर जिले के लमदान में पाया गया था. दोनों के लापता होने के एक दिन बाद पुलिस को पता चला कि 7 जुलाई को कुकी बहुल इलाके लमदान में उस व्यक्ति के मोबाइल फोन में एक नया सिम कार्ड सक्रिय किया गया था. राज्य सरकार द्वारा इंटरनेट सेवाएं बहाल करने के दो दिन बाद, जोड़े की तस्वीरें 25 सितंबर को सोशल मीडिया पर सामने आईं. मंगलवार को इम्फाल में स्कूली छात्रों ने हत्या और अपहरण के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया. पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. तनाव के बीच राज्य सरकार ने 29 सितंबर तक सभी स्कूलों को बंद करने का फैसाल लिया है.