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समलैंगिक विवाह से लेकर मदरसा तक…, ये हैं CJI डीवाई चंद्रचूड़ के 10 ऐतिहासिक फैसले

भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के रिटायरमेंट का ऐलान हो गया है. उनकी जगह अब जस्टिस संजीव खन्ना लेने वाले हैं. देश के अगले सीजेआई संजीव खन्ना होंगे. चंद्रचूड़ के द्वारा अपने कार्यकाल के दौरान कई बड़े फैसले किए गए हैं. जानते हैं उनके बारे में और उनका असर.

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Edited By: Reepu Kumari
CJI DY Chandrachud:
Courtesy: Pinteres

CJI DY Chandrachud: भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ ने अपने कार्यकाल में कई ऐतिहासिक फैसले दिए हैं, जिनका समाज, राजनीति और न्यायिक व्यवस्था पर गहरा असर पड़ा है। यहाँ उनके 10 प्रमुख फैसलों का विश्लेषण और उनके प्रभावों का विवरण दिया गया है.

1. समलैंगिक विवाह पर फैसला

- फैसला: CJI चंद्रचूड़ ने LGBTQ+ समुदाय के अधिकारों को मान्यता देते हुए समलैंगिक विवाह पर ऐतिहासिक टिप्पणी की. हालाँकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस पर अंतिम मंजूरी नहीं दी, लेकिन इस पर चर्चा का मार्ग प्रशस्त हुआ.
   - असर: यह फैसला LGBTQ+ अधिकारों की ओर बढ़ती जागरूकता को बढ़ावा देता है और समाज में समानता की भावना को प्रोत्साहित करता है.

2. महिलाओं को स्थायी कमीशन देने का आदेश

  - फैसला: चंद्रचूड़ ने सशस्त्र बलों में महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने का निर्णय लिया.
   - असर: यह निर्णय महिला सशक्तिकरण और सशस्त्र बलों में लैंगिक समानता के दिशा में एक मील का पत्थर साबित हुआ.

3. अदालतों में लाइव-स्ट्रीमिंग की अनुमति

- फैसला: न्यायिक प्रक्रिया की पारदर्शिता बढ़ाने के लिए सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही को लाइव-स्ट्रीम करने का निर्णय लिया गया.
  -असर: इस फैसले से न्यायिक प्रक्रिया में पारदर्शिता आई है और जनता को न्यायिक प्रक्रियाओं को करीब से समझने का मौका मिला.

4. धारा 377 को समाप्त करने का फैसला

  - फैसला: LGBTQ+ अधिकारों की दिशा में एक बड़ा कदम, धारा 377 को गैर-अपराधीकरण किया गया.
   - असर: LGBTQ+ समुदाय के अधिकारों को सुरक्षित और सामाजिक स्वीकृति में वृद्धि.

5. धार्मिक मदरसों को राज्य से सहायता का मुद्दा

- फैसला: चंद्रचूड़ ने मदरसों के लिए सरकारी सहायता की समीक्षा का निर्देश दिया.
  - असर: इससे शिक्षा में सुधार और धार्मिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक चर्चा हुई.

6. आरक्षण में सुधार पर विचार

- फैसला: CJI चंद्रचूड़ ने आरक्षण में पारदर्शिता और न्यायसंगत वितरण के लिए कुछ मामलों में समीक्षा की.
  - असर: यह फैसला आरक्षण नीति में सुधार के लिए एक व्यापक चर्चा को जन्म देता है.

7. एक्सप्रेसिंग फ्रीडम और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता

- फैसला: चंद्रचूड़ ने अपने कई फैसलों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार पर जोर दिया.
 - असर: समाज में विचारों की स्वतंत्रता को बढ़ावा मिला और सरकार के खिलाफ बोलने के अधिकार को मान्यता मिली.

8. गर्भपात के अधिकार पर निर्णय

- फैसला: उन्होंने महिला के गर्भपात के अधिकार को सुरक्षित करते हुए यह निर्देश दिया कि स्वास्थ्य और सुरक्षा के साथ जुड़े मामलों में निर्णय महिला के हक में हों.
 - असर: महिलाओं के स्वास्थ्य और प्रजनन अधिकारों को सुरक्षित और सम्मानजनक दृष्टिकोण मिला.

9. महिला अधिकारों के संबंध में धार्मिक कानून की समीक्षा

- फैसला: उन्होंने विभिन्न धार्मिक कानूनों का पुनरावलोकन करने का समर्थन किया.
   - असर: इससे धार्मिक और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के मामलों में सुधार और बराबरी की स्थिति का समर्थन मिलता है.

10. राज्य की जवाबदेही और पुलिस सुधार

- फैसला: पुलिस सुधार और जवाबदेही पर उन्होंने कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए.
   - असर: पुलिस व्यवस्था में सुधार और नागरिकों के प्रति उत्तरदायित्व को बढ़ावा मिला.

CJI चंद्रचूड़ के ये फैसले भारतीय न्यायपालिका को आधुनिक और समावेशी बनाने की दिशा में योगदान देते हैं.