Jhotwara Assembly Seat: यहां बीजेपी के लिए आसान हो जाती है जीत, कुछ ऐसा है इस सीट का जातीय समीकरण
Jhotwara Assembly Seat Profile: पानी इस सीट का सबसे बड़ा मुद्दा है. गर्मी के दिनों में यहां पानी का टैंकर 500 से अधिक रुपए में बिक रहा है. जयपुर विकास प्राधिकरण की अनुमति के बाद भी यहां की कालोनियों में पानी समस्या बनी हुई है.

Jhotwara Assembly Seat: जयपुर जिले के अंतर्गत आने वाली झोटवाड़ा विधानसभा सीट पर 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने विजय पताका लहरायी थी. कांग्रेस प्रत्याशी लालचंद कटारिया ने बीजेपी के राजपाल सिंह शेखावत को 10747 वोटों से हराया था.
लालचंद कटारिया को 127185 जबकि राजपाल सिंह शेखावत को 116438 वोट मिले थे.
वहीं तीसरे स्थान पर रहे छोटू राम कुमावत को 5733 वोट मिले थे. कुमावत ने भारत वाहिनी पार्टी से चुनाव लड़ा था.
झोटवाड़ा सीट को राजस्थान की सबसे चर्चित सीटों में गिना जाता है.
झोटवाड़ा विधानसभा सीट पर मतदाता
झोटवाड़ा विधानसभा सीट पर कुल 3,56,039 मतदाता है, जिनमें से 1,86,731 लाख पुरुष और 1,69,308 महिला मतदाता हैं.
2018 में इस सीट पर रिकॉर्ड 71.65 प्रतिशत मतदान हुआ था.
2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी के राजपाल सिंह शेखावत को जीत मिली थी. इससे पहले 2008 के चुनाव में भी राजपाल यहां से विधायक चुने गए थे.
झोटवाड़ा की जनता के मुख्य मुद्दे
पानी इस सीट का सबसे बड़ा मुद्दा है. गर्मी के दिनों में यहां पानी का टैंकर 500 से अधिक रुपए में बिक रहा है. जयपुर विकास प्राधिकरण की अनुमति के बाद भी यहां की कालोनियों में पानी समस्या बनी हुई है.
इस बार भी यहां पानी की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. यह हाल तब है तब यहां के विधायक गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री है. समस्या का समाधान न होने की वजह से यहां के लोग काफी गुस्से में हैं. आने वाले चुनाव में वर्तमान विधायक को लोगों की इस नाराजगी की नाराजगी का परिणाम भुगतना पड़ सकता है.
झोटवाड़ा का जातीय समीकरण
झोटवाड़ा का जातीय समीकरण कुछ ऐसा है कि यहां भाजपा के लिये जीत आसान हो जाती है. इस सीट पर यादव, ब्राह्मण, एसटी, एसटी समुदाय का मतदाता यहां निर्णायक भूमिका निभाता है लेकिन जाट और राजपूत यहां बड़ी संख्या में हैं, जिसका बीजेपी को फायदा मिलता रहा है.