One Nation One Election Meeting: देश में लोकसभा, विधनससभा और स्थानीय निकायों के चुनाव एक साथ कराने को लेकर मंथन जारी है. एक देश एक चुनाव (One Nation One Election) को लेकर संभावनाओं को तलाशने के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) की अगुवाई में उच्च स्तरीय समिति की पहली बैठक शुरू हो गई है. बैठक में पूर्व राष्ट्रपति समिति के सदस्यों के साथ लोकसभा, राज्य विधानसभाओं, स्थानीय निकायों के चुनाव एक साथ कराने की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे.
बैठक में समिति चुनाव से जुड़े सभी पक्षों की राय जानेगी और इसमें राज्यों की चुनौतियों पर भी बात की जाएगी. बैठक में इसके लागू करने के तरीकों पर भी चर्चा होगी. इस दौरान आने वाली संभावित अड़चनों को दूर करने पर भी मंथन किया जाएगा. इस दौरान इसके कानूनी पहलुओं पर बात की जाएगी.
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah arrives at Jodhpur hostel in Delhi to attend the first official meeting of the committee formed for 'One Nation, One Election' pic.twitter.com/JafzO31CaS
— ANI (@ANI) September 23, 2023
बता दें कि एक देश एक चुनाव पर केंद्र सरकार ने 2 सितंबर को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नेतृत्व में 8 सदस्यीय समिति का गठन किया था. कानून मंत्रालय ने इसे लेकर एक अधिसूचना भी जारी की थी. समित में गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, गुलाम नबी आजाद, एनके सिंह, सुभाष सी कश्यप, हरीश साल्वे और संजय कोठारी सदस्य हैं. हालांकि कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पत्र लिखकर इस उच्च स्तरीय समिति का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया था.
गौरतलब है कि 1990 में विधि आयोग ने अपनी रिपोर्ट में एक देश एक चुनाव का समर्थन किया गया था. विधि आयोग ने दलीय सुधारों की बात भी कही थी. इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 के स्वतंत्रता दिवस पर एक देश एक चुनाव का जिक्र किया था. तब से अब तक कई मौकों पर बीजेपी की तरफ से एक देश एक चुनाव की बात की जाती रही है और अब इसे लेकर कदम भी बढ़ा दिए गए हैं.
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