NIA Action Against Gurpatwant Singh Pannu: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीएम एक्शन मोड में है. NIA ने खालिस्तानी आतंकी और प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पंजाब के अमृतसर और चंडीगढ़ स्थिति पन्नू की संपत्तियों को जब्त कर लिया है. पन्नू इस समय अमेरिका में रह रहा है और वहां से लगातार वीडियो जारी भारत के खिलाफ जहर उगलता है.
एनआईए ने पन्नू की जो संपत्तियां पंजाब में जब्त की हैं उनमें अमृतसर जिले के बाहरी इलाके में स्थित पैतृक गांव खानकोट में 46 कनाल कृषि संपत्ति और चंडीगढ़ के सेक्टर 15 सी स्थित उसका मकान शामिल है. जब्ती के बाद अब इन संपत्तियों से पन्नू का अधिकार खत्म हो गया है और ये प्रॉपर्टी सरकार की हैं.
On the orders of the NIA court, a property confiscation notice has been pasted outside a house owned by banned Sikhs for Justice (SFJ) founder and designated terrorist Gurpatwant Singh Pannu, in Chandigarh. pic.twitter.com/X5ghFCVRFS
— ANI (@ANI) September 23, 2023
ये पहला मौका नहीं है जब गुरपतवंत सिंह पन्नू की संपत्तियों को जब्त किया गया है. इस पहले 2020 में भी पन्नू की संपत्तियां कुर्क कर ली गई थी. बता दें कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मौत को लेकर भारत-कनाडा के बीच रिश्तों में तल्खी बढ़ी है. कनाडा में रहने वाले हिंदुओं को खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने धमकी देते हुए कहा था कि वो देश छोड़ दें.
बता दें कि गुरपतवंत सिंह पन्नू मूलरूप से अमृतसर के खानकोट गांव का रहने वाला है. यहां से वो विदेश गया और कथित तौर पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर खालिस्तानी मंसूबों को पूरा करने में जुट गया. वो अमेरिका के अलावा इंग्लैंड और कनाडा में अपने संगठन के जरिए भारत विरोधी प्रोपेगैंडा चलाता है. खालिस्तान की मांग के नाम पर विडियो जारी कर वो लगातार पंजाब में हिंसा भड़काने की कोशिश करता है. पन्नू पंजाब के गैंगस्टरों के साथ आम नौजवानों को उकसाता है कि वो अलग खालिस्तान देश के लिए जंग शुरू करें.
केंद्रीय गृह मंत्रालय उसे आतंकवादी घोषित कर चुकी है. पन्नू अमेरिका में बैठकर पिछले लंबे समय से 'पंजाब रेफरेंडम 2020' नाम से खालिस्तानी आंदोलन चला रहा है. इसमें वो खालिस्तान के लिए जनमत संग्रह कराने की मांग करता है. वो अपनी मुहिम के साथ सिखों को जोड़ने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेता है. पंजाब में ऐसे कई लोग पकड़े गए हैं जिन्होंने पन्नू के कहने पर सरकारी और सार्वजनिक जगहों पर खालिस्तानी नारे लिखकर माहौल भड़काने का काम किया था.
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