Karnataka MUDA Plots Conflict: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मंगलवार को आरोप लगाया कि उनके परिवार को निशाना बनाया जा रहा है और मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) मामले में उनके और उनके परिवार के खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया है. मुख्यमंत्री का यह बयान उनके द्वारा एक पोस्ट में यह घोषणा करने के कुछ घंटों बाद आया है कि उनकी पत्नी पार्वती ने मैसूर के पॉश इलाके में उन्हें दिए गए 14 मुआवजे वाली जगहें वापस कर दी हैं.
सिद्धारमैया ने प्रेस से कहा कि मेरे परिवार को निशाना बनाया जा रहा है.उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी रहने दीजिए. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने किस आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है. उन्होंने आगे कहा कि मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया है. सिद्धारमैया ने यह भी कहा कि वह आरोपों से आहत हैं. उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी ने जमीन MUDA को वापस कर दी है. अपने इस्तीफे पर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब विपक्ष के पास मेरे खिलाफ सबूत नहीं हैं तो मैं इस्तीफा क्यों दूं.
ಮೈಸೂರಿನ ಮುಡಾ ಭೂಸ್ವಾಧೀನ ನಡೆಸದೆ ವಶಕ್ಕೆ ಪಡೆದಿದ್ದ ಜಮೀನಿಗೆ ಪರಿಹಾರ ರೂಪದಲ್ಲಿ ನೀಡಿದ್ದ ನಿವೇಶನಗಳನ್ನು ನನ್ನ ಪತ್ನಿ ಪಾರ್ವತಿ ಹಿಂದಿರುಗಿಸಿದ್ದಾರೆ.
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) September 30, 2024
ನನ್ನ ವಿರುದ್ದ ರಾಜಕೀಯ ದ್ವೇಷ ಸಾಧನೆಗಾಗಿ ವಿರೋಧ ಪಕ್ಷಗಳು ಸುಳ್ಳು ದೂರನ್ನು ಸೃಷ್ಟಿಸಿ ನನ್ನ ಕುಟುಂಬವನ್ನು ವಿವಾದಕ್ಕೆ ಎಳೆದು ತಂದಿರುವುದು ರಾಜ್ಯದ ಜನತೆಗೂ ತಿಳಿದಿದೆ.
ಈ… pic.twitter.com/tk0C69rL3w
इससे पहले आज सिद्धारमैया ने कहा कि उनकी पत्नी पार्वती ने मैसूर के पॉश इलाके में उन्हें दिए गए 14 मुआवजे वाले भूखंड वापस कर दिए हैं. सिद्धारमैया ने यह भी आरोप लगाया कि विपक्षी दलों के सदस्यों ने उनके परिवार को इस विवाद में घसीटा. हालांकि MUDA ने कहा कि वह लौटाए गए भूखंड को स्वीकार करेगा. सिद्धारमैया की एक्स पोस्ट का अंग्रेजी में मोटा अनुवाद बताता है कि मेरी पत्नी पार्वती ने मैसूर में मुदा भूमि अधिग्रहण के बिना जब्त की गई भूमि के लिए मुआवजे के रूप में दी गई जमीनें वापस कर दी हैं. राज्य के लोग यह भी जानते हैं कि विपक्षी दलों ने मेरे खिलाफ राजनीतिक नफरत पैदा करने के लिए झूठी शिकायत की और मेरे परिवार को विवाद में घसीटा.
उन्होंने लिखा कि मेरा रुख इस अन्याय के आगे झुके बिना लड़ने का था लेकिन मेरी पत्नी, जो मेरे खिलाफ चल रही राजनीतिक साजिश से परेशान है, ने इन प्लॉटों को वापस करने का फैसला लिया है, जिससे मैं भी हैरान हूं. सिद्धारमैया ने ट्वीट किया कि मेरी पत्नी जिन्होंने कभी भी मेरी चार दशक लंबी राजनीति में हस्तक्षेप नहीं किया और अपने परिवार तक ही सीमित रहीं मेरे खिलाफ नफरत की राजनीति का शिकार हैं और मानसिक यातना झेल रही हैं. मुझे खेद है. हालांकि, मैं अपनी पत्नी के प्लॉट वापस करने के फैसले का सम्मान करता हूं. सोमवार को मुख्यमंत्री की पत्नी ने MUDA आयुक्त रघुनंदन को लिखे पत्र में आवंटन में अवैधानिकता के आरोपों के बाद 14 स्थलों को वापस करने की इच्छा व्यक्त की थी.
सिद्धारमैया के सोशल मीडिया पोस्ट के कुछ घंटों बाद, MUDA ने कहा कि वह वापस की जा रही साइटों को वापस ले लेगा. एक बयान में, MUDA आयुक्त ने कहा कि यदि कोई MUDA की संपत्ति लौटाता है तो हम मना नहीं करेंगे, हमने पहले ही इस पर चर्चा कर ली है.
इस मामले के संबंध में विशेष अदालत के निर्देश पर कर्नाटक लोकायुक्त पुलिस ने सिद्धारमैया के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की थी. भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें 120 बी (आपराधिक षड्यंत्र), 166 (किसी व्यक्ति को चोट पहुंचाने के इरादे से लोक सेवक द्वारा कानून की अवहेलना), 406 (आपराधिक विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति की डिलीवरी), 426 (शरारत), 465 (जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी), 340 (गलत तरीके से कारावास) और 351 (हमला) शामिल हैं.