Thackeray family: 'मराठी मानुष चाहता है साथ आएं उद्धव और राज ठाकरे', जानें किसने कही ये बात?
शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता सुनील प्रभु ने मंगलवार को एक भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि मराठी भाषी समुदाय की दिली इच्छा है कि ठाकरे परिवार के दो चचेरे भाई, उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे, एक साथ आएं.

Thackeray family: शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता सुनील प्रभु ने मंगलवार को एक भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि मराठी भाषी समुदाय की दिली इच्छा है कि ठाकरे परिवार के दो चचेरे भाई, उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे, एक साथ आएं.
कोल्हापुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान प्रभु ने इस एकता की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि यह न केवल शिवसेना की इच्छा है, बल्कि समस्त मराठी जनमानस की भावना है.
शिवसेना की एकता की अपील
सुनील प्रभु ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी पूरे मन से चाहती है कि उद्धव और राज ठाकरे के बीच की दूरी खत्म हो। उन्होंने कहा, “यहां तक कि मराठी 'मानुष' की भी इच्छा है कि दोनों चचेरे भाई एक साथ आएं। दोनों (चचेरे भाई) भाई इस पर फैसला करेंगे.” प्रभु ने इस बात पर बल दिया कि यह एकता मराठी अस्मिता और क्षेत्रीय गौरव को और मजबूत करेगी.
मराठी मानुष की भावनाएं
मराठी समुदाय लंबे समय से ठाकरे परिवार को एकजुट देखना चाहता है. प्रभु के बयान ने इस भावना को और हवा दी है. मराठी भाषी लोगों का मानना है कि उद्धव और राज का एक होना न केवल राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक एकता को भी बढ़ावा देगा.
भविष्य की संभावनाएं
हालांकि, इस एकता का अंतिम निर्णय उद्धव और राज ठाकरे के हाथों में है. प्रभु ने कहा कि पार्टी और समुदाय दोनों की ओर से यह अपील है कि दोनों नेता अपने मतभेदों को भुलाकर एक नई शुरुआत करें. मराठी जनता इस फैसले का बेसब्री से इंतजार कर रही है.



