नई दिल्ली: गुजरात के केशोद में ओजत नदी के तटबंध टूटने से एक किसान का घर बाढ़ में बह गया। बाढ़ से खेत बर्बाद हो गए हैं। कई गांवों में पानी भर जाने से किसानों का सामान बह गया है। मवेशियों को भी नुकसान पहुंचा है।
पीड़ित किसान ने कहा, "बांध टूट गया, जिससे हमारे घर का सारा सामान बह गया। कोई भी प्रशासक कोई जवाब नहीं दे रहा है और खाने-पीने का सारा सामान भी डूब गया है। घर में कुछ भी नहीं बचा है। घर में पानी घुसने की वजह से हम अब वहां नहीं रह सकते।" वहीं, मध्य प्रदेश के पन्ना में कर्मचारियों को दफ्तरों तक पहुंचाने के लिए नावें तैनात की जा रही हैं। 24 घंटे से ज्यादा वक्त से जारी भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में पानी भर गया है।
जिला कमांडेंट एस. बी. पांडे ने कहा, "ये एक अजब विडंबना है कि आपदा प्रबंधन करने वाले खुद ही आज आपदा में फंसे हुए नजर आ रहे हैं। मैंने देखा ये जो पूरा पानी, ये हमारे कर्यालय में आ जाता है क्योंकि लोगों ने सभी नालों को बंद कर दिया है और पेट्रोल पंप बगल में उसमें भी जल निकासी मार्ग बंद कर दिया है। इस तरह से आप देख रहे है स्थिति कि हमारा ऑफिस डूब रहा है और यहां आने के लिए नाव का इस्तेमाल किया जा रहा है।"
दूसरी तरफ बिहार के रोहतास में सोन नदी का जलस्तर बढ़ने से बालू घाट के पास 30 से ज्यादा बालू लदे ट्रक नदी में फंस गए। सभी ट्रक सोन नदी के बीचोबीच रेत निकालने गए थे, लेकिन अचानक हुई मूसलाधार बारिश के बाद सभी वहीं फंस गए। बालू घाट के लोग वाहनों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं।