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DGCA ने IndiGo की 5% फ्लाइट्स में की कटौती, अब हर रोज इतनी उड़ानें होंगी कम

DGCA ने इंडिगो फ्लाइट्स के ऑपरेशन्स में 5% की कटौती की है. इनकी 115 फ्लाइट्स को कम किया गया है. इसकी जानकारी एयरलाइन्स को भी दे दी गई है.

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Edited By: Shilpa Srivastava
IndiGo flight schedule reduction India Daily Live
Courtesy: Pinterest

नई दिल्ली: डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने इंडिगो फ्लाइट्स में 5% की कटौती करने का आदेश दिया है. इसका मतलब है कि अब इंडिगो की 115 फ्लाइट्स को कम किया जा रहा है. सूत्रों ने बताया, "एयरलाइन को इस फैसले की जानकारी दे दी गई है. जिन फ्लाइट्स में कटौती की जानी है, उन पर काम किया जा रहा है, जिससे जिन रूट्स पर ये कटौती हो रही है, वहां की कनेक्टिविटी पर असर न पड़े. 

खबरों के अनुसार, आने वाले दिनों में और भी 5% कटौती पर फैसला लिया जा सकता है. बता दें कि इंडिगो के पास 14,158 हफ्ते की डॉमेस्टिक फ्लाइट्स का अप्रूव्ड समर शेड्यूल था. विंटर शेड्यूल 26 अक्टूबर से लागू हुआ था, जिसमें उसकी रोजाना की डॉमेस्टिक फ्लाइट्स 6% बढ़कर 15,014 हो गईं. 

इंडिगो ने नहीं की थी FDTL की तैयारी: 

नया फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) 1 नवंबर से लागू होने वाला था. इससे पायलट की जरूरत भी बढ़ गई. इसके लिए इंडिगो ने तैयारी नहीं की थी और दूसरी तरफ उसकी रोजाना की उड़ानें 6% बढ़ गईं. यह एक बड़ा कारण रहा कि नवंबर में थोड़े-बहुत कैंसिलेशन हुए. हालांकि, यह परेशानी दिसंबर महीने में और ज्यादा बढ़ गई, जिससे हर रोज सैंकड़ों फ्लाइट्स कैंसिल हो गईं. 

राम मोहन नायडू किंजरापु ने लोकसभा में दिया बयान:

इंडिगो मामले पर लोकसभा में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने कहा, "कोई भी एयरलाइन, चाहे वह कितनी भी बड़ी क्यों न हो, उसे प्लानिंग में गड़बड़ी, नियमों का पालन न करने... से यात्रियों को ऐसी परेशानी पैदा करने की इजाजत नहीं दी जाएगी." इसके साथ ही कहा, "इंडिगो की दिक्कतें अब ठीक हो रही हैं; बाकी सभी एयरलाइंस पूरे देश में सुचारू रूप से चल रही हैं. देश भर के एयरपोर्ट पर हालात सामान्य हैं, कहीं भी भीड़ या परेशानी नहीं है." यहां पढ़ें किंजरापु ने और क्या कहा- 

भारत के दूसरे सबसे बड़े एयरलाइन ग्रुप की वीकली समर डॉमेस्टिक फ्लाइट्स 7,685 से घटकर विंटर में 7,448 हो गईं. अकासा की भी वीकली विंटर डॉमेस्टिक फ्लाइट्स में 5.7% की कमी आई, जो 1,089 से घटकर 1,027 हो गईं. स्पाइसजेट में 26% से ज़्यादा की बढ़ोतरी देखी गई, उड़ानों की संख्या 1,240 से बढ़कर 1,568 हो गई.