नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूएई दौरे पर कई महत्वपूर्ण समझौते किए किए गए, लेकिन उच्च शिक्षा को लेकर यूएई में रह रहे भारतीय मूल के लोगों को बड़ी सौगात मिली है. दरअसल इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच एक ऐतिहासिक समझौता किया गया है. जिसके तहत आईआईटी दिल्ली यूएई में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए वहां अपने कैंपस खोलेगा.
शुरु होंगे मास्टर्स प्रोग्राम
इस समझौते के तहत आईआईटी दिल्ली यूएई में अपने कैंपस में मास्टर्स प्रोग्राम की शुरुआत करेगा. इन कैंपस में जनवरी 2024 तक शिक्षण कार्य प्रारंभ होने की योजना है. जबकि स्नातक स्तर के प्रोग्राम सितंबर 2024 तक आरंभ होने की बात की गई है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दोनों देशों के मध्य स्थापित हो रहे शैक्षणिक सहयोग और नॉलेज की पहल का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि इससे दोनों देशों के लोगों को लाभ होगा.
देश से बाहर कैंपस स्थापित करने वाला दूसरा संस्थान
बीते दिनों आईआईटी मद्रास ने तंजानिया के जाजीबार में एक कैंपस स्थापित करने को लेकर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया था.आईआईटी दिल्ली देश से बाहर अपने कैंपस को स्थापित करने वाला देश का दूसरा आईआईटी संस्थान बन गया है.
अपनी मुद्राओं में करेंगे व्यापार
पीएम मोदी ने शनिवार को अपनी यूएई की यात्रा के दौरान दोनों देशों के संबंधों को और गहरा करने के लिए वहां के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से वार्ता की थी. उन्होंने कहा कि दोनों देश अपनी मुद्रा में व्यापार को शुरु करने पर सहमत हैं.
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