Himachal Pradesh Rain: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में कुदरत का कहर जारी है. आसमान से बरस रही आफत ने पहाड़ों पर तबाही मचा दी है. भूस्खलन और बादल फटने (Cloud Burst) की घटनाओं से लोग सहम गए हैं. आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है और फिलहाल लोगों को राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान में प्रदेश के कई स्थानों पर भारी बारिश (Rain) की संभावना जताई गई है.
अलर्ट जारी
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया गया है. सोलन, शिमला, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, ऊना, बिलासपुर और कांगड़ा जिलों के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा की संभावना जताई गई है. गुरुवार को कुल्लू जिले में मात्र कुछ सेकेंड में सात से ज्यादा देखते ही देखते जमींदोज हो गईं. पिछले चौबीस घंटों में हिमाचल में 12 लोगों की मौत हो चुकी हैं.
उफान पर बालद नदी
हिमाचल प्रदेश में बीते 48 घंटों में बारिश के चलते भारी नुकसान हुआ है. मंडी में बादल फटने से 51 लोग फंस गए. NDRF की टीम ने सभी को सुरक्षित बचा लिया. दूर-दराज के इलाकों में भारतीय वायु सेना की मदद से खाने-पीने का सामान और जरूरी चीजें पहुंचाई जा रही हैं. उधर बद्दी जिले में बारिश के चलते बालद नदी में उफान आ गया और पुल दो हिस्सों में टूट गया.
करोड़ों में हुआ नुकसान
गौरतलब है कि बुधवार को हिमाचल प्रदेश के कुल्लु जिले से दिलदहला देने वाला वीडिओ सामने आया था. करीब 8 इमारतें ताश के पत्तों की तरग ढह गई थीं. बारिश के प्रकोप को देखते हुए शिमला में 25 अगस्त को भी सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे. भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए शिक्षण संस्थानों को बंद करने का फैसला लिया गया था. कुदरत की मार के कारण प्रदेश में अब तक तकरीबन 10 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है.
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