नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में पार्टी के चुनाव चिन्ह को लेकर वरिष्ठ नेता शरद पवार गुट को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब चुनाव आयोग ने अजित पावर गुट को ही असली एनसीपी करार दिया. इसके साथ ही पार्टी का चुनाव चिन्ह घड़ी भी अजित पवार गुट का हो गया.
इसके बाद चुनाव आयोग ने शरद पवार गुट को पार्टी का नया नाम और चुनाव चिन्ह देने के लिए कुछ सुझाव मांगे थे जिसमें से उन्हें 'NCP- शरद चंद्र पवार' के रूप में पार्टी का नया नाम मिल गया है.
पार्टी के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक शरद पवार ने चुनाव आयोग को अपनी पार्टी के नाम के लिए तीन विकल्प दिए थे जिसमें 'राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद पवार', 'राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद चंद्र पवार' और 'राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरदराव पवार' शामिल था.इसके साथ ही पार्टी के चुनाव चिन्ह के रूप में चाय का कप, सूरजमुखी का फूल और एक उगता हुआ सूरज का विकल्प दिया गया था.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अजित पवार गुट ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में एक कैविएट दायर की. इसमें मांग की गई कि अगर शरद पवार खेमा अजित पवार की पार्टी को 'असली' के रूप में मान्यता देने वाले भारत के चुनाव आयोग के आदेश को चुनौती देने के लिए उसके समक्ष आगे बढ़ता है तो हमें भी सुना जाए.
शरद पवार गुट के प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने कहा कि वह एनसीपी का नाम और अजित पवार गुट को 'घड़ी' चुनाव चिह्न देने के ईसीएल के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. चुनाव आयोग के फैसले को लेकर शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि हम इसके खिलाफ सुप्रीम कार्ट जाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि हम चुनाव आयोग को अपना प्रस्ताव भी जरूर भेजेंगे.