नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने मुफ्त सेवाओं यानी फ्रीबीज को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. एक निजी चैनल को दिये इंटरव्यू में रघुराम राजन ने कहा "सरकार की ओर से दी जाने वाली मुफ्त सेवाएं उस समय तक ठीक है, जब यह सबसे गरीब परिवारों पर लक्षित हों. मुफ्त या कल्याणकारी योजनाएं तब तक बिल्कुल भी हानिकारक नहीं हैं, जब तक वे अच्छी तरह से लक्षित होती हैं और उन लोगों पर सकारात्मक प्रभाव डालती हैं और लोगों को उसका सार्थक लाभ मिलता है."
पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने अपने बयान में आगे कहा "ऐसी योजनाएं गरीब परिवारों को बेहतर विकल्प प्रदान करती हैं. जब उनके बच्चों को अधिक पौष्टिक भोजन खिलाने या उन्हें बेहतर स्कूलों में भेजने की बात आती है. समस्या तब आती है जब यह बहुत अधिक अलक्षित हो जाता है और एक प्रतियोगिता बन जाती है कि कौन अधिक दे सकता है, जिस बिंदु पर आप सरकार को दिवालिया करना शुरू कर देते हैं. आपको सावधान रहना होगा क्योंकि आप इसे उस बिंदु तक विस्तारित नहीं करना चाहते हैं जहां हर कोई सोचता है कि यही आगे का रास्ता है."
उन्होंने अपने बयान में आगे कहा कहा " वोटरों को लुभाने के लिए राजनीतिक दल और उनके नेता वायदों की बरसात करते हैं. अपने चुनावी घोषणापत्रों में मुफ्त सुविधाओं का वादा करने वाली राजनीतिक दलों के साथ मुद्दा यह है कि वे चुनाव के बाद आएंगे और उनसे पूछेंगे कि उनके विचारों को कैसे लागू किया जाए. ऐसे स्वतंत्र संस्थानों की आवश्यकता है जो उन मुद्दों का अध्ययन करें जो राज्य सरकारों को अपने चुनावी वादों को लागू करने के लिए करना पड़ता है."