महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने अंधविश्वास के कारण दक्षिण मुंबई स्थित आधिकारिक मुख्यमंत्री आवास में नहीं जाने के दावों को मंगलवार को खारिज कर दिया और कहा कि वह अपनी बेटी की बोर्ड परीक्षा समाप्त होने के बाद वहां चले जाएंगे.
उनका स्पष्टीकरण शिवसेना सांसद संजय राउत के उस बयान के कुछ घंटों बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि एकनाथ शिंदे की कामाख्या मंदिर यात्रा के दौरान गुवाहाटी में जिन भैंसों बलि दी गई उन्हें मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ के परिसर में दफनाया गया था, ताकि मुख्यमंत्री का पद शिंदे के अलावा किसी और को न मिले.
जून 2022 में उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर भाजपा से हाथ मिलाने के बाद शिंदे राज्य के मुख्यमंत्री बने थे. वह नवंबर 2024 तक मुख्यमंत्री रहे, लेकिन विधानसभा चुनाव के बाद फडणवीस ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद संभाला. दिसंबर के पहले सप्ताह में मुख्यमंत्री का कार्यभार संभालने के बावजूद फडणवीस फिलहाल ‘सागर’ बंगले में रह रहे हैं.
राउत के दावों को खारिज करते हुए फडणवीस ने कहा:
‘एकनाथ शिंदे के खाली करने के बाद मैं ‘वर्षा’ बंगले में चला जाऊंगा. कुछ छोटी-मोटी मरम्मत भी की जा रही है. इस बीच मेरी बेटी (जो कक्षा 10वीं में है) ने अनुरोध किया कि हम उसकी परीक्षाओं के बाद ही शिफ्ट हों. यही कारण है कि मैं अभी तक वहां नहीं गया हूं.’
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