नई दिल्ली: मानसून की बारिश के चलते इस समय पूरे उत्तर भारत में हालात खराब चल रहे हैं जिसमें देश की राजधानी दिल्ली भी है. यहां पिछले एक हफ्ते में हुई बारिश के चलते जगह-जगह पर जलभराव देखने को मिल रहा है जिसके चलते लोग प्रशासन की कुशलता पर सवाल खड़े कर रहे हैं. इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र पर दिल्ली के खस्ता हाल का ठीकरा फोड़ते हुए कहा है कि जहां एक ओर बारिश ने लोगों को परेशान किया है तो वहीं पर यमुना में लगातार बढ़ रहे जलस्तर से भी लोग डरे हुए हैं.
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यमुना के जलस्तर को बढ़ने से रोकना चाहिए
ऐसे में केंद्र सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अब यमुना का स्तर और न बढ़े साथ ही इसमें उसे हस्तक्षेप करना चाहिए. केजरीवाल ने कहा कि यमुना का जलस्तर अब तक के सबसे अधिक 207.55 मीटर तक बढ़ गया है.
उल्लेखनीय है कि सरकारी एजेंसियों ने बुधवार को इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली में यमुना का जल स्तर पिछले 45 सालों में सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है. साल 1978 में यह 207.49 मीटर तक पहुंच गया था और अब इस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए यमुना का जलस्तर 207.55 मीटर तक पहुंच गया है.
केंद्र को करना चाहिए पानी छोड़ने के मामले में हस्तक्षेप
यमुना के जल स्तर के बारे में बात करते हुए केजरीवाल ने ट्विटर पर कहा, ‘केंद्रीय जल आयोग ने आज यमुना का जलस्तर 207.72 मीटर तक पहुंचने का अनुमान जताया है. दिल्ली के लिए यह अच्छी खबर नहीं है. दिल्ली में पिछले दो दिन से बारिश नहीं हुई है, हालांकि, हथिनीकुंड बराज में हरियाणा द्वारा असामान्य रूप से अधिक मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का स्तर बढ़ रहा है. केंद्र से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया जाता है कि यमुना का जलस्तर और न बढ़े. वर्ष 1978 में उच्चतम बाढ़ स्तर 207.49 मीटर था. वर्तमान स्तर 207.55 मीटर है.’
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