दिल्ली में धुंध के कहर के बीच गुरुवार को दिल्ली के मेयर के लिए चुनाव हुए. आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महेश कुमार खींची ने बीजेपी के किशन लाल को तीन वोटों से हराकर दिल्ली का मेयर पद का चुनाव जीता. महेश कुमार को 133 वोट मिले जबकि किशन लाल को 130 वोट मिले.
अरविंद केजरीवाल के लिए अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ये बड़ी जीत है. आम आदमी पार्टी ने इस जीत पर X पर लिखा कि ये जीत सिर्फ आम आदमी पार्टी की नहीं, बल्कि दिल्ली की जनता की जीत है. कांग्रेस ने चुनाव का बॉयकाट किया वहीं दो वोट अवैध पाए गए.
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले, आम आदमी पार्टी ने फिर दी भाजपा को पटख़नी✌️
— AAP (@AamAadmiParty) November 14, 2024
आम आदमी पार्टी के महेश कुमार खिची जी MCD मेयर चुनाव में जीत हासिल कर दिल्ली के नए मेयर चुने गये हैं।
ये जीत सिर्फ़ आम आदमी पार्टी की नहीं, बल्कि दिल्ली की जनता की जीत है। pic.twitter.com/4xDVPq68xZ
दिल्ली की जीत पर सीएम आतिशी ने X पर लिखा, 'दलित विरोधी बीजेपी ने षड्यंत्र रचकर मेयर चुनाव में देरी करवाई. लेकिन एक बार फिर बाबा साहेब के संविधान की जीत हुई है.'
दलित विरोधी भाजपा ने षड्यंत्र रचकर मेयर चुनाव में देरी करवाई। लेकिन एक बार फिर बाबा साहेब के संविधान की जीत हुई है। @AamAadmiParty की बदौलत दिल्ली को दलित मेयर मिला।
— Atishi (@AtishiAAP) November 14, 2024
मेयर बनने पर @AAPMaheshkhichi जी को बधाई! मुझे उम्मीद है कि आपके नेतृत्व में MCD में @ArvindKejriwal जी के काम… https://t.co/rGJ08jo7vH
46 साल के महेश कुमार खींची करोल बाग विधानसभा क्षेत्र के देव नगर से पार्षद हैं. आपको बता दें कि बीजेपी के पास मात्र 120 वोट थे. लेकिन उसे क्रॉस वोटिंग की वजह से 10 वोट ज्यादा यानि 130 वोट मिले. बताया जा रहा है कि आप के पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की.
कांग्रेस ने काटा हंगामा
गुरुवार दोपहर साढ़े 3 बजे पीठासीन अधिकारी सत्य शर्मा की निगरानी में वोटिंग हुई. नियम के अनुसार पहले दिल्ली के सांसदों ने वोट डाला. उसके बाद विधायकों ने और अंत में पार्षदों ने अपने वोट डाले.वहीं मतदान से पहले कांग्रेस के पार्षदों ने सदन में जमकर हल्ला काटा. उन्होंने आप के मेयर पर दलितों के अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया. इसके साथ ही 'केजरीवाल दलित विरोधी हैं' के नारे लगाए. इसके बाद कांग्रेस के सभी 7 पार्षद सदन से बाहर निकल गए. कांग्रेस की मांग थी कि मेयर के लिए मौजूदा प्रस्तावित कार्यकाल के बजाय पूर्ण कार्यकाल हो.
स्वाति मालीवाल ने वोट नहीं डाला
आप को कोटे से राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने वोट नहीं डाला. कहा जा रहा है कि वो भारत से बाहर हैं. लेकिन पिछले कुछ समय से पार्टी के साथ उनके विवाद जगजाहिर हैं.