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चक्रवात मोन्था का कहर, इन चार राज्यों में अलर्ट जारी; पीएम मोदी ने सीएम नायडू से की फोन पर बात

चक्रवात मोन्था के कारण आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में अलर्ट जारी कर दिया गया है. आंध्र और ओडिशा में राहत दल तैनात हैं, जबकि तमिलनाडु में हल्की बारिश और पश्चिम बंगाल में भारी वर्षा की संभावना है. चक्रवात मंगलवार को काकीनाडा के पास लैंडफॉल करेगा.

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Edited By: Km Jaya
Cyclone Montha alert India daily
Courtesy: Pinterest

नई दिल्ली: दक्षिण और पूर्वी भारत के चार राज्यों में चक्रवात 'मोन्था' ने खतरे की घंटी बजा दी है. भारतीय मौसम विभाग यानी IMD के अनुसार यह चक्रवात मंगलवार तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है. आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल सरकारों ने आपदा प्रबंधन टीमों को सक्रिय कर दिया है और तटीय इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है.

आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू जिले में पुलिस ने 28 अक्टूबर की सुबह 6 बजे से सभी घाट मार्ग बंद कर दिए हैं. जिला प्रशासन ने लगातार बारिश और संभावित भूस्खलन की आशंका को देखते हुए 24x7 कंट्रोल रूम (7780292811) शुरू किया है. नागरिकों को नदी, नालों और पहाड़ी इलाकों से दूर रहने की सलाह दी गई है. 

सीएम नायडू ने क्या कहा?

मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने अमरावती स्थित रियल टाइम गवर्नेंस सोसायटी में स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों को तटबंधों को मजबूत करने और फसल नुकसान को कम करने के निर्देश दिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नायडू से बात कर तैयारी की समीक्षा की. आईटी मंत्री नारा लोकेश को राहत कार्यों के लिए पीएमओ के साथ समन्वय करने का जिम्मा सौंपा गया है.

सरकार ने आपात से निपटने के लिए क्या किया?

ओडिशा सरकार ने आठ जिलों के निचले और पहाड़ी इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना शुरू कर दिया है. आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने बताया कि 128 राहत व बचाव दल तैनात किए गए हैं. प्रशासन ने तटीय इलाकों में एनडीआरएफ और ओड्राफ की टीमों को तैनात कर दिया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके.

तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री ने क्या कहा?

तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि राज्य में चक्रवात का बड़ा असर नहीं होगा क्योंकि इसका रुख आंध्र प्रदेश की ओर है. हालांकि उत्तर चेन्नई और तिरुवल्लूर में 5 से 7 सेंटीमीटर तक बारिश हो सकती है. सरकार की तरफ से नालों की सफाई करवाई गई है और लगभग साढ़े तीन लाख टन कचरा हटाया गया है. जिससे जल निकासी और बाढ़ रोकने के उपाय किए हैं. 

आने वाले दिनों में कैसा होगा मौसम?

आईएमडी ने मंगलवार से शुक्रवार तक पश्चिम बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है. मंगलवार रात को आंध्र प्रदेश के काकीनाडा के पास चक्रवात के लैंडफॉल करने की संभावना जताई गई है. इसका असर उत्तर और दक्षिण 24 परगना, मेदिनीपुर, पुरुलिया और बर्दवान में देखा जाएगा. दार्जिलिंग और कालिम्पोंग जैसे पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की संभावना जताई गई है. मछुआरों को भी समुद्र में न जाने मना किया गया है.