छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है. इसमें 12 नक्सली मारे गए. मौके से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं. दोनों तरफ से फायरिंग जारी है. इस ऑपरेशन में लगभग 1000 जवान शामिल है. जवानों कई नक्सलियों को घेर रखा है. फिलहाल ऑपरेशन जारी है.
बीजापुर एएसपी ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए कहा, ‘बीजापुर बॉर्डर एरिया में नक्सलियों से मुठभेड़ जारी है. उन्होंने बताया कि बीजापुर-सुकुमा के डीआरजी जवान, सीआरपीएफ की 5 कोबरा यूनिट, सीआरपीएफ की 229वीं बटालियन के जवान इन ऑपरेशन में शामिल हैं. 12 जनवरी को बीजापुर में ही 5 नक्सलियों को मुठभेड़ में मारा गया था.
सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच गुरुवार सुबह से मुठभेड़ जारी है. इस अभियान में तीन जिलों के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की विशिष्ट जंगल युद्ध इकाई कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रिजोल्यूट एक्शन) की पांच बटालियन और सीआरपीएफ की 229वीं बटालियन के जवान शामिल हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अनुसार, तलाशी अभियान अभी भी जारी है, और शुक्रवार सुबह तक मुठभेड़ के बारे में और जानकारी साझा की जाएगी.
भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किए हैं, जो माओवादियों के बड़े साजिश का संकेत हैं. यह मुठभेड़ छत्तीसगढ़ में इस वर्ष के दौरान सुरक्षा बलों के माओवादियों के खिलाफ सफल अभियानों की श्रृंखला का हिस्सा है. बीजापुर के मद्देड़ थाना क्षेत्र में 12 जनवरी को सुरक्षाकर्मियों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो महिलाओं सहित पांच नक्सलियों के मारे जाने की जानकारी मिली थी. घटनास्थल से मारे गए नक्सलियों के शव और उनके पास से एसएलआर (सामान्य हल्की राइफल) और राइफल बरामद किए गए थे, जो माओवादियों के सैन्य अभियानों की ओर इशारा करते हैं.
सुरक्षाबलों के वाहन पर हुआ था हमला
इससे पहले, बीजापुर जिले में माओवादियों द्वारा सुरक्षा बलों पर किए गए हमले में 60 से 70 किलोग्राम आईईडी का धमाका हुआ था. इस हमले में सुरक्षाबलों का एक वाहन पूरी तरह से नष्ट हो गया था और इस हमले में आठ सुरक्षाकर्मी और उनके चालक की जान चली गई थी.