इडली बेच रहा है चंद्रयान-3 का लॉन्चपैड बनाने वाला तकनीशियन, सामने आई ऐसी वजह
Chandrayaan 3: इसरो की ओर से चंद्रमा पर भेजे गए चंद्रयान-3 की सफलता को लेकर पूरे देश और दुनिया में जहां लोग जश्न मना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर चंद्रयान-3 जमीन पर बने लॉन्चपैड बनाने वाले इडली बेचने पर मजबूर हैं.

हाइलाइट्स
- 18 महीने से नहीं मिली सैलरी
- बैंक ने घोषिक किया डिफालटर
नई दिल्ली : इसरो की ओर से चंद्रमा पर भेजे गए चंद्रयान-3 की सफलता को लेकर पूरे देश और दुनिया में जहां लोग जश्न मना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर चंद्रयान-3 जमीन पर बने लॉन्चपैड बनाने वाले इडली बेचने पर मजबूर हैं. बीबीसी रिपोर्ट के मुताबिक HEC(हेवी इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड) में तकनीशियन के रूप में कार्यरत दीपक कुमार उपारिया इन दिनों अपना गुजारा बसर करने के लिए रांची में सड़क किनारे इडली बेचने को मजबूर हैं. उन्होंने इसरो के मिशन चंद्रयान-3 के लिए लॉन्चपैड का निर्माण किया था.
18 महीने से नहीं मिली सैलरी
रिपोर्ट में कहा गया है कि चंद्रयान-3 के लिए फोल्डिंग प्लेटफॉर्म और स्लाइडिंग दरवाजा बनाने वाली भारत सरकार की कंपनी (सीपीएसयू) HEC ने 18 महीने तक उन्हें वेतन नहीं दिया. जिसके बाद अपना गुजारा करने के लिए उपारिया रांची के धुर्वा इलाके में पुरानी विधानसभा के सामने एक स्टॉल पर इडली की दुकान लगा रहे हैं. वहीं रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि HEC के करीब 2800 कर्मचारियों को पिछले 18 महीने से सैलरी नहीं मिल रही है. इसी लिस्ट में उपारिया भी हैं. इस मामले में उपारिया ने बताया कि वो इन दिनों ऑफिस के साथ ही अपनी दुकान भी चला रहे हैं.
बैंक ने घोषिक किया डिफालटर
मध्य प्रदेश के रहने वाले दीपक ने साल 2012 में HEC में नौकरी शुरू की थी. सरकारी कंपनी के नाते उनको उम्मीद थी कि आने वाला उनका भविष्य अच्छा होने वाला है. इसी आशा के साथ वो काम करना शुरू किए, हालांकि चीजें लगातार खराब होती चली गईं. अपनी स्थिति के बारे में दीपक ने बताया कि बैंक से मैं 2 लाख का कर्ज ले रखा हूं. इस वजह से बैंक ने भी डिफॉल्टर घोषित कर दिया है. वहीं मैं अपने रिश्तेदारों से भी करीब चार लाख का कर्ज ले चुका हूं और मैंने किसी को पैसे नहीं चुका पाया इस वजह से कोई अब पैसा भी नहीं देता. इसके बाद मैंने अपनी पत्नी के गहने भी गिरवी रख दिए. इन सबसे हारने के बाद अब यहीं विकल्प मेरे सामने था इसलिए मैंने इडली की दुकान खोल ली. इसमें मुझे हर रोज 50 से 100 रुपए का मुनाफा हो जाता है.