share--v1

Jharkhand: लोकसभा की 14 में से 12 सीटों पर बीजेपी का कब्जा, फिर भी कट सकता है कई बड़े नेताओं का टिकट, इन सीटों पर पैनी नजर

Jharkhand Politics: झारखंड की लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने जोरशोर से तैयारी शुरू कर दी है. फिलहाल बीजेपी के पास लोकसभा की 14 में से 12 सीटें हैं.

auth-image
Sagar Bhardwaj
Last Updated : 22 July 2023, 03:48 PM IST
फॉलो करें:

नई दिल्ली: 2024 के लोकसभा चुनावों में अब ज्यादा वक्त नहीं रह गया है, ऐसे में तमाम पार्टियों ने चुनाव को लेकर रणनीति बनानी शुरू कर दी है. बात यदि झारखंड की करें तो राज्य में लोकसभा की 14 सीटों में से बीजेपी के पास फिलहाल 12 सीटें हैं.

 आगामी आम चुनाव में भी बीजेपी इस परफॉर्मेंस को बरकार रखना चाहती है या ये कहें कि पार्टी सभी 14 सीटों पर कब्जा करना चाहती है और इसी रणनीति के तहत बीजेपी राज्य में काम भी कर रही है.

हर सीट पर लिया जा रहा कामकाज का फीडबैक

आम चुनाव के मद्देनजर बीजेपी प्रत्येक लोकसभा सीट पर अपने हर एक सांसद की परफॉर्मेंस तोल रही है. प्रत्येक सांसद के कामकाज का बारीकी से आकलन किया जा रहा है, नेताओं की लोकप्रियता को लेकर भी लोगों से फीडबैक लिया जा रहा है.

 नेताओं के कामकाज का फीडबैक लेने के लिए समय-समय पर सर्वे भी कराया जा रहा है. सांसदों ने अपने क्षेत्र में कितना काम किया और जनता की उनके काम को लेकर क्या प्रतिक्रिया है, इन सभी बातों पर गौर किया जा रहा है. 

'5 से 6 सीटों पर बदल सकते हैं चेहरे'

बीजेपी के उच्च सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में 5 से 6 सीटों पर चेहरे बदल सकते हैं.  काम के फीडबैक के आधार पर कई सांसदों का टिकट कट सकता है, इसमें वे सांसद भी शामिल हो सकते हैं जिन्होंने पिछले चुनाव में बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी.

'केवल मोदी लहर पर नहीं लड़ा जाएगा चुनाव'
पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस बार केवल मोदी लहर पर चुनाव नहीं लड़ा जाएगा, पार्टी उम्मीदवारों के चयन में किसी प्रकार का समझौता नहीं करेगी. कुछ सीटें ऐसी हैं जिनको लेकर अभी से तस्वीर साफ होती दिखाई दे रही है. वर्तमान सांसद पीएन सिंह का उनकी उम्र को लेकर इस बार टिकट कट सकता है. इसके अलावा चतरा, पलामू, लोहरदगा और दुमका सीटों पर भी उम्मीदवारों के बदले जाने की अटकलें हैं.

आदिवासी सीटों पर पार्टी की पैनी नजर
बीजेपी के लिए राज्य की आदिवासी सीटें सबसे बड़ी चुनौती हैं, दरअसल, आदिवासी सीटों पर बीजेपी ने बहुत कम अंतर से चुनाव जीता है. ऐसे में बीजेपी को इन सीटों पर सबसे ज्यादा खतरा लग रहा है. बीजेपी की खूंटी, लोहरदगा, दुमका, सिंहभूम और राजमहल आदिवासी सीटों पर पैनी नजर है, जिसमें से सिंहभूम और राजमहल सीट पर यूपीए का कब्जा है. इन सीटों पर भी बीजेपी अपना उम्मीदवार बदल सकती है. 

यह भी पढ़ें: इस तकनीक से अब पूरी तरह जाम मुक्त होंगे टोल प्लाजा, नितिन गडकरी ने किया ऐलान