नई दिल्ली: योगी सरकार सूबे में बेहतरीन लॉ एंड ऑर्डर के लिए जानी जाती है. साल 2020 में तत्कालीन पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्वयं सिद्ध योजना की शुरुआत की थी. जिसके तहत जिला गौतमबुद्ध नगर में उन महिला पुलिसकर्मी को तैयार करना था जो महिला सुरक्षा पर ध्यान दे सकें. इस क्रार्यक्रम के तहत महिला पुलिसकर्मीयों को 100 स्कूटी भी दी गई थी. साल 2023 में आरटीआई में इस बात का खुलासा हुआ है कि 100 में से 42 स्कूटी ही चल रहे हैं. जिसके बाद नोएडा पुलिस ने इस मामले में बयान जारी किया है.
गायब नहीं हुई तो कहा गई स्कूटी?
स्वयं सिद्ध योजना योजना में महिला सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ करने के लिए स्कूटी सवार दस्ता तैयार किया गया था. नोएडा के रहने वाले अधिवक्ता आरटीआई कार्यकर्ता रंजन तोमर ने 100 स्कूटी के बारे में सवाल पूछा था कि वो अब कहा है. जवाब में पुलिस महकमे ने बताया था कि 42 स्कूटी नोएडा जोन में चल रही है. अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि बाकी के 58 स्कूटी कहा गई? इंडिया डेली लाइव ने सबसे पहले और प्रमुखता से इसपर खबर लिखी थी. जिसका असर भी देखने को मिला. खबर चलने के बाद पुलिस विभाग की नींद टूटी और 58 स्कूटी के ऊपर सफाई दी है.
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कुछ रखे गए हैं मेंटेनेन्स में तो कुछ रखे हुए हैं रिज़र्व
जिला गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट की तरफ से शनिवार को बयान जारी करते हुए बताया कि "कोई भी स्कूटी गायब नहीं हुई है. जवाब देने में कंफ्यूशन हो गया था क्योंकि गौतमबुद्ध नगर को लोग आम बोलचाल में नोएडा ही कहते हैं तो सवाल के जवाब में सिर्फ नोएडा जोन के बारे में बताया गया था. पुलिस कमिश्नरेट ने बताया कि कुछ स्कूटी मेंटेनेन्स में हैं तो तो कुछ पुलिस लाइन में रिजर्व रखे हुए हैं"
आरटीआई कार्यकर्ता रंजन तोमर का कहना है कि पुलिस ने अपना बयान तो जारी कर दिया लेकिन अभी भी कितने स्कूटी पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर में है वो नहीं बताया है.