नई दिल्ली: रिटायर्ड आईएएस अधिकारी, राजनीतिज्ञ और फिल्म इंडस्ट्री के वर्सेटाइल अभिनेता के. शिवराम ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है. अभिनेता को दिल का दौरा पड़ा था जिसके बाद उन्हें तुरंत बेंगलुरु के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज चलने के दौरान ही अभिनेता की मृत्यु हो गई.
अभिनेता के. शिवराम ने 70 वर्ष की आयु में इस दुनिया को अलविदा कह दिया. एक्टर के निधन की खबर इनके दामाद प्रदीप ने दी है. अभिनेता की मृत्यु के बाद हर कोई काफी हैरान है और उनको श्रद्धांजलि दे रहा है.
आपको बता दें कि के. शिवराम के दामाद ने एक्टर के निधन की जानकारी देते हुए बताया कि 'वह बीमार थे और पिछले 12 दिनों से उनका आईसीयू में इलाज चल रहा था. हालांकि, इतने दिन आईसीयू में रहने के बाद के शिवराम ने अंतिम सांस ली. इस दौरान इनको हार्ट अटैक भी आया था.
एक्टर के दामाद ने बताया कि कल रवीन्द्र कलाक्षेत्र में आप पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन कर पाएंगे. अभिनेता के शिवराम की मृत्यु के बाद केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे और पार्टी के अन्य नेताओं, फिल्म अभिनेताओं और अभिनेत्रियों ने इनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.
के शिवराम के वर्कफ्रंट की बात करें तो इन्होंने अपने दलित समर्थकों के लिए काफी संघर्ष किया और वह चलावादी महासभा के अध्यक्ष भी रहे थे. इसके बाद शिवराम ने साल 1993 में नागतिहल्ली चन्द्रशेखर द्वारा निर्देशित फिल्म 'बा नल्ले मधुचंद्रके' से फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री लिया और कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया. इन्होंने 'वसंत काव्य', 'प्रतिभताने', 'खलानायका','गेम फॉर लव', 'नागा', 'सांगलियाना-3', 'यारिगे बेदा डुड्डू', 'ओ प्रेमा देवते' और 'टाइगर' जैसी कई बेहतरीन कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया है.