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'मेरे नाम पर कोई और वोट डाल गया', पुणे कांग्रेस चीफ का दावा

पुणे कांग्रेस चीफ ने दावा किया कि जब वह अपना वोट डालने पोलिंग बूथ पर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि उनके नाम पर कोई और वोट डाल गया है.

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Pune Congress Chief Arvind Shinde

पुणे कांग्रेस प्रमुख अरविंद शिंदे के साथ खेला हो गया! जब वह मतदान केंद्र पर अपना वोट डालने पहुंचे तो उन्हें पता चला कि उनके नाम से कोई और वोट डाल गया. आज लोकसभा चुनाव के लिए चौथे चरण का मतदान जारी है. पुणे कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंद शिंदे ने बताया कि जब मैं रास्ता पेठ स्थित सेंट मीरा इंग्लिश मीडियम स्कूल में बने पोलिंग पूथ पर अपना वोट डालने पहुंचा तो मुझे पता चला कि पहले की कोई मेरा वोट डाल चुका है. शिंदे ने कहा कि मैंने इस पर आपत्ति दर्ज कराई और इस बाद मुझे टेंडर वोट प्रोसेस के माध्यम से वोट डालने की अनुमति मिली.

क्या होता है टेंडर वोट
चुनाव संचालन नियम, 1961 की धापा 49पी के तहत टेंडर वोट डालने की अनुमति तब दी जाती है जब एक मतदाता को पता चलता है कि किसी ने पहले की उसके नाम पर वोट डाल दिया है. हालांकि टेंडर वोट की अनुमति देने से पहले चुनाव अधिकारी मतदाता की शिकायत की पूरी जांच करते हैं और पूरी तरह से संतुष्ट होने के बाद ही टेंडर वोट डालने की अनुमति दी जाती है.

कब बढ़ जाती है टेंडर वोट की अहमियत
यह वोट बैलेट पेपर (मतपत्र) के जरिए डाले जाते हैं. टेंडर वोट उस वक्त महत्वपूर्ण हो जाता है जब उम्मीदवारों के बीच हार जीत का अंतर बहुत कम हो. हालांकि जब हार जीत का अंतर ज्यादा हो उस वक्त इस टेंडर वोट की गिनती नहीं की जाती.

95 सीटों पर मतदान जारी

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के तहत आज 9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 95 सीटों पर मतदान जारी है. इन सीटों में तेलंगाना की सभी 17 लोकसभा सीट, आंध्र प्रदेश की सभी 25 सीट, उत्तर प्रदेश की 13 सीट, बिहार की 5, झारखंड की 4 सीट, मध्य प्रदेश की 8 सीट, महाराष्ट्र की 11 सीट, ओडिशा की सभी सीटों, पश्चिम बंगाल की 8 सीटों और जम्मू-कश्मीर की 1 सीट पर मतदान हो रहा है.