Lok Sabha Election: मध्य प्रदेश में इस बार लोकसभा चुनाव बहुत ही दिलचस्प होते हुए दिखाई दे रहे हैं. कांग्रेस के कई दिग्गज नेता जो पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवारों को जिताने के लिए दिन-रात किए हुए थे वह इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों को हराने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे है.
दरअसल, मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता और कार्यकर्ताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. हाल में ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी को तो भाजपा ने स्टार प्रचारक तक बना दिया है.
विश्व की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली बीजेपी में इन नेताओं को अपनी जगह बनाना एक बड़ा टास्क और चुनौती है. इन तमाम नेताओं को लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रति अपनी आस्था और जनता के बीच अपनी पकड़ सिद्ध भी करनी होगी.
इन नेताओं के क्षेत्र में लोकसभा चुनाव का परिणाम और मतदान का प्रतिशत बीजेपी में उनकी आगे की दशा दिशा तय करेगी. इसी को देखते हुए बीजेपी में आए तमाम दिग्गज पूरी निष्ठा, ईमानदारी और सक्रियता के साथ चुनावी मैदान में उतर गए हैं. हालांकि, कांग्रेस अभी इन नेताओं पर चुटकी लेती हुई दिखाई दे रही है तो वहीं बीजेपी एक बेहतर परिणाम की उम्मीद कर रही है.
कहां जाता है की सियासत में कुछ भी परमानेंट नहीं होता जो कभी दुश्मन थे वह अब दोस्त बन चुके है ओर जो दोस्त थे वो अब एक दूसरे को फूटी आँख नहीं भा रहे है और शब्दों के तीर एक दूसरे पर जमकर चला रहे हैं ऐसे में मध्य प्रदेश में बनी सियासी परिस्थितियों पर इन राजनेताओं को मशहूर शायर बशीर बद्र का एक शेर याद रखना चाहिए, दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे कि जब कभी हम दोस्त हो जाएँ तो शर्मिंदा न हों.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस में लगातार भगदड़ देखने को मिल रही है. कांग्रेस के कई ऐसे दिग्गज नेता हैं जिन्होंने बीजेपी का दामन थामा है. इस लिस्ट में पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, जबलपुर से महापौर रहे जगत बहादुर सिंह अन्नू, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, धार से पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, इंदौर से विधायक रहे संजय शुक्ला, पिपरिया से विधायक रहे विशाल पटेल, चौरई (छिंदवाड़ा) से विधायक रहे गंभीर सिंह, मुरैना से विधायक रहें राकेश मावई, गुनौर से विधायक रहे शिवदयाल बागरी, भांडेर से विधायक रहे कमलापत आर्य, विदिशा से विधायक रहे शशांक भार्गव, नागौद (सतना) से विधायक रहे यादवेंद्र सिंह का नाम शामिल है.