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Lok Sabha Elections 2024: राजनीति में जमकर चला है इन TV स्टार्स का सिक्का, क्या 'राम' के लिए भी आसान होगी विजय?

Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से एक मेरठ से भाजपा ने फेमस टीवी सीरियल 'रामायण' के 'राम' अरुण गोविल को अपना प्रत्याशी बनाया है. उनसे पहले रामाणय सीरियल के कई कैरेक्टर राजनीति में आ चुके हैं और विजय भी पाई है. ऐसे में टीवी के 'राम' के पास टीवी स्टार्स की सफलता को दोहराने की बड़ी चुनौती है.

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Meerut BJP Candidate Arun Govil

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में चुनावी मैदान में उतरने वाले टीवी सीरियल 'रामायण' के भगवान राम यानी अरुण गोविल भी शामिल हैं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने गोविल को मेरठ से मैदान में उतारा है, जो उनका होम टाउन भी है. अरुण गोविल से पहले भी टीवी सीरियल 'रामायण' के कई कैरेक्टर चुनावी मैदान में उतर चुके हैं और सफलता भी हासिल की है. रामायण के अलावा महाभारत सीरियल के भी कई कैरेक्टर्स चुनावी समर में कूद चुके हैं. ऐसे में पहली बार चुनावी मैदान में उतरने वाले टीवी के 'भगवान राम' के सामने बड़ी चुनौती है.

अरुण गोविल से पहले ब्लॉकबस्टर सीरियल 'रामायण' और 'महाभारत' के कम से कम आधा दर्जन कैरेक्टर लोकसभा या राज्यसभा जा चुके हैं. इस लिस्ट में रामायण सीरियल की सीता (दीपिका चिखलिया), हनुमान (दारा सिंह) और रावण (अरविंद त्रिवेदी) शामिल हैं. इनके अलावा, महाभारत सीरियल के भगवान कृष्ण (नीतीश भारद्वाज), राजा भरत (राज बब्बर), गजेंद्र अरुण चौहान (युधिष्ठिर) और द्रौपदी (रूपा गांगुली) भी चुनावी समर में कूद चुके हैं. इनमें से रूपा गांगुली और गजेंद्र अरुण चौहान को छोड़कर बाकी पांचों स्टार्स पहली बार में ही जीत हासिल की.

रामायण, महाभारत के कैरेक्टर्स को भाजपा ने दिया मौका

टीवी सीरियल रामायण और महाभारत के अधिकतर स्टार्स को भाजपा ने चुनावी पर्दे पर डेब्यू कराया. लोकसभा भेजने के अलावा, भाजपा ने रामायण के 'हनुमान' यानी दारा सिंह और महाभारत की 'द्रौपदी' यानी रूपा गांगुली को राज्यसभा भी भेजा. चुनावी पर्दे पर जीत का स्वाद चख चुकीं टीवी स्टार दीपिका चिखलिया (रामायण की सीता) कहती हैं कि वोट के रूप में हमें जनता का प्यार मिला. लोगों तक पहुंचने के लिए मैंने राजनीति में कदम रखा था.

जीते लेकिन ज्यादा समय तक राजनीतिक पर्दे पर नहीं दिखे स्टार्स

टीवी स्टार्स की पॉलिटिकल जर्नी को देखा जाए, तो इनमें से सिर्फ राज बब्बर को छोड़कर अन्य कोई स्टार ज्यादा दिनों तक राजनीति में नहीं रहा. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, अपनी लंबी राजनीतिक पारी का कारण शेयर करते हुए बब्बर कहते हैं कि चाहे वे महाकाव्य (रामायण-महाभारत) के स्टार्स हों, बॉलीवुड एक्टर हों या कोई अन्य सेलिब्रिटी, उनकी स्वीकार्यता के पीछे का कारण जनता का प्यार है, जो उन्हें टीवी और फिल्मों के जरिए याद रखती है और पहचानती है. ऐसे में स्टार्स का जनता के साथ जुड़ाव आसान हो जाता है. शायद, इसीलिए हमलोगों में से अधिकतर को राजनीति में सफलता मिली. 

सफलता के बाद अचानक राजनीति से दूरी वाले सवाल पर राज बब्बर कहते हैं कि इस दुनिया में कुछ भी मुफ्त नहीं मिलता. जीत के बाद आपके पास जिम्मेदारियां भी आती हैं. एक एक्टर से व्यक्तिगत, पेशेवर और सार्वजनिक जीवन के बीच संतुलन बनाए रखने की उम्मीद की जाती है, लेकिन ये आसान नहीं होता. 

एक नजर उन स्टार्स पर जो लड़ चुके हैं चुनाव

दीपिका चिखलिया: इन्होंने टीवी सीरियल रामायण में 'माता सीता' का कैरेक्टर प्ले किया. दीपिका 1991 में चुनावी मैदान में उतरीं थीं और लोकसभा चुनाव लड़ा था. भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली दीपिका ने कांग्रेस के रणजीतसिंह प्रतापसिंह गायकवाड़ को हराया था. 

अरविंद त्रिवेदी: इन्होंने रामायण में 'रावण' का कैरेक्टर प्ले किया था. अरविंद ने भी 1991 में ही चुनाव लड़ा था. भाजपा उम्मीदवार के रूप में उन्होंने प्रतिद्वंदी उम्मीदवार मगनभाई मणिभाई पटेल को हराया था.

रूपा गांगुली: 2016 के लोकसभा चुनाव में बंगाल की हावड़ा उत्तर सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन TMC उम्मीदवार लक्ष्मी रतन शुक्ला से हार गईं. बाद में उन्हें भाजपा ने राज्यसभा भेजा था. 

राज बब्बर: इन्होंने राजा भरत का का कैरेक्टर प्ले किया था. राज बब्बर राजनीति में 3 दशक तक एक्टिव रहें. उन्हें राज्यसभा भी भेजा गया और वे लोकसभा चुनाव में भी जनता द्वारा चुने गए. 

नीतीश भारद्वाज: इन्होंने महाभारत सीरियल में 'भगवान कृष्ण' का कैरेक्टर प्ले किया था. 1996 में नीतीश भारद्वाज ने भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और इंदर सिंह नामधारी को हराया. नीतीश भाजपा प्रवक्ता के तौर पर भी काम कर चुके हैं.

दारा सिंह: इन्होंने रामायण में 'भगवान हनुमान' का कैरेक्टर प्ले किया. दारा सिंह 1998 में भाजपा में शामिल हुए और इन्हें राज्यभा भेजा गया था.