नरेंद्र मोदी को नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) की संसदीय दल का नेता चुन लिया गया है. सेंट्रल हॉल में हुई मीटिंग में NDA के 13 दलों के नेता शामिल हुए. इस दौरान अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि मेरे लिए खुशी की बात है कि इतने बहुत बड़े समूह का आज स्वागत करने का अवसर मिला है. जो साथी जीतकर आए हैं, वे अभिनंदन के अधिकारी हैं.
पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें
- नरेंद्र मोदी ने कहा कि 10 साल बाद भी कांग्रेस 100 सीटों का आंकड़ा नहीं छू सकी. 2014, 2019 और 2024 के चुनावों को मिला दें तो कांग्रेस को इतनी सीटें भी नहीं मिलीं जितनी इस चुनाव में बीजेपी को मिलीं. मैं साफ देख रहा हूं कि इंडिया गठबंधन के लोग पहले धीरे-धीरे डूब रहे थे, अब तेज गति से डूबने वाले हैं.
- राहुल पर तंज करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये वो लोग हैं जो खुद के PM के फैसले फाड़ देते थे मैं देख रहा हूं कि इंडी वाले पहले तो डूब रहे थे, अब तेज गति से गर्त में जाने वाले हैं. साथियों इंडी अलायंस वाले देश के सामान्य नागरिकों की जो समझ है, उसकी जो सामर्थ्य है, उसको समझते नहीं हैं.
- पीएम मोदी ने कहा कि इन लोगों का जो व्यवहार रहा है 4 तारीख के बाद, मैं आशा करता हूं कि उनमें ये संस्कार आएं. ये वे लोग हैं जो खुद की पार्टी के पीएम का अपमान करते थे. उनके फैसले को फाड़ देते थे. विदेशी मेहमान आ जाए तो कुर्सी नहीं होती थी.
- देशवासी जानते हैं कि न हम हारे थे, न हारे हैं. 4 तारीख के बाद हमारा जो व्यवहार रहा है, वो दिखाता है कि हम विजय को पचाना जानते हैं. विजय के समय उन्माद पैदा नहीं होता है. हम पराजय का उपहास भी नहीं करते हैं. यह हमारे संस्कार हैं.
- किसी भी बालक को पूछो कि 2024 के पहले सरकार किसकी थी तो कहेगा कि एनडीए. पूछिए कि चुनाव के बाद सरकार किसकी- तो जवाब होगा एनडीए, तो हारे कहां से. सोचिए कि 10 साल बाद भी कांग्रेस 100 के आंकड़े को नहीं छू पाई.
- पीएम ने विपक्ष पर तंज करते हुए कहा कि जब 4 जून के नतीजे चल रहे थे, तब मैं अपने काम में व्यस्त था, मुझे लोगों के फोन आए तो मैंने पूछा कि आंकड़े तो ठीक हैं, लेकिन ईवीएम जिंदा है या नहीं. कुछ लोगों का काम है कि चुनाव प्रक्रिया पर सवाल पर उठाते हैं.
- इलेक्शन कमीशन के काम में रुकावट आए इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे खटखटाए, एक ही टोली थी. ये लोग सुप्रीम कोर्ट का सहारा लेकर किस तरह चुनाव में रुकावट डालें, यही निराशा लेकर सामने आए थे. चुनाव के पीक ऑवर्स में कोशिश हुई कि संवैधानिक संस्था पर इतने आरोप लगा दें कि बाद में परिणाम पर सवाल उठा सकें.
- हम कमिटमेंट के साथ काम करते हैं. 25 करोड़ लोगों के गरीबी से बाहर निकाला है. उसके नए एस्पिरेशन पैदा हुए हैं. 3 करोड़ गरीबों को घर का संकल्प, 4 करोड़ को ऑलरेडी दे चुके हैं. 70 वर्ष से ऊपर के आयु के नागरिकों को मुफ्त इलाज की व्यवस्था. मुद्रा योजना के तहत युवाओं को 20 लाख तक के लोन की व्यवस्था. यह सब हमारे तीसरे कार्यकाल की गारंटियां हैं.
- अगर मैं एक तरफ NDA रखूं और दूसरी तरफ भारत के लोगों के सपने और संकल्पों को रखूं तो मैं कहूंगा... NDA. NDA का मतलब- न्यू इंडिया, डेवलप इंडिया, एस्पिरेशनल इंडिया. इन सपनों और संकल्पों को पूरा करना... ये हम सबका संकल्प भी है, कमिटमेंट भी है और हमारे पास रोडमैप भी है.
- पिछले 10 वर्षों में भारत ने जिन कामों को बल दिया है, आज भारत की छवि विश्वबंधु की बन चुकी है. आज दुनिया हमें विश्वबंधु के रूप में स्वीकार कर चुकी है. हमने हर संकट को जिस प्रकार से हैंडल किया, जिस प्रकार से हमने मानवी मूल्यों को प्राथमिकता दी उसका परिणाम है कि सामान्य मानवी के मन में विश्वबंधु का भाव मजबूत हुआ.