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East Delhi Lok Sabha Seat results 2024: हर्ष मल्होत्रा या कुलदीप कुमार, ईस्ट दिल्ली पर कौन बना जीतने वाला उम्मीदवार?

East Delhi Lok Sabha Seat results 2024: दिल्ली की ईस्ट लोकसभा सीट पर बीजेपी के हर्ष मल्होत्रा को गौतम गंभीर के चुनाव न लड़ने के फैसले के बाद उम्मीदवार के तौर पर उतारा गया है तो वहीं पर आम आदमी पार्टी ने कुलदीप कुमार को इंडिया गठबंधन का उम्मीदवार बनाया. आइये एक नजर इस सीट के नतीजों पर डालते हैं.

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East Delhi
Courtesy: IDL

East Delhi Lok Sabha Seat results 2024: दिल्ली की ईस्ट लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल करने कारनामा किया है. ईस्ट दिल्ली की लोकसभा सीट पर बीजेपी के हर्ष मल्होत्रा ने 93663 हजार वोटों से आम आदमी पार्टी के कुलदीप कुमार को हराने का कारनामा किया.

जहां, बीजेपी के हर्ष मल्होत्रा ने 664819 वोट हासिल किए तो वहीं पर आम आदमी पार्टी के कुलदीप कुमार को 571156 वोट मिले. 

2024 में किसके बीच है मुकाबला?

पूर्वी दिल्ली की लोकसभा सीट पर 2024 में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है जहां पर आम आदमी पार्टी ने कुलदीप कुमार को अपने उम्मीदवार के रूप में उतारा है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने हर्ष मल्होत्रा पर दांव लगाया है. मौजूदा समय में गौतम गंभीर यहां के सांसद हैं लेकिन उनके चुनाव न लड़ने के फैसले के चलते बीजेपी ने यहां से हर्ष मल्होत्रा को मैदान में उतारा है.

जातीय समीकरण

इस लोकसभा सीट पर करीब 22,96,764 वोटर्स हैं जिसमें हिंदू जनसंख्या 80 से 85 प्रतिशत तो वहीं मुसलमान वोटर्स की जनसंख्या 15 से 20 प्रतिशत है. जातीय समीकरण की बात करें तो यहां पर ईसाई, सिख, बौद्ध, जैन वर्ग से आने वाले वोटर्स 5 प्रतिशत के अंदर आते हैं. कैटेगरी की बात करें तो यहां पर 15 प्रतिशत अनुसूचित जाति तो वहीं 85 प्रतिशत वोटर्स जनरल वर्ग से आते हैं. यहां की 100 प्रतिशत आबादी शहरी इलाकों से हैं.

2019 में कौन जीता था?

2019 के लोक सभा चुनाव में बीजेपी की तरफ से गौतम गंभीर ने 696,158 वोट के साथ जीत हासिल की थी जो कि वहां हुए मतदान का 55.35 वोट शेयर था. वही विपक्षी पार्टी के उम्मीदवार और कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली को 24.24 प्रतिशत यानि 3,04,934 वोट मिले. आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी यहां पर तीसरे नंबर पर थी जिन्हें 17.44 प्रतिशत यानि 2,19,32 वोट मिले थे.

लोकसभा सीट का इतिहास

1966 में बनी इस लोकसभा सीट पर 1967 में पहली बार चुनाव हुआ था जिसमें भारतीय जनसंघ के हरदयाल देवगन ने कांग्रेस के बी मोहन को हराकर जीत हासिल की थी. हालांकि 1971 में कांग्रेस के एचकेएल ने वापसी करते हुए जीत हासिल की, जिन्हें 1977 में जनता पार्टी के किशोर लाल के हाथों हार का सामना करना पड़ा. 1980 में हुए चुनाव में एचकेएल ने फिर से वापसी करते हुए सांसदी जीती और 1984, 1989 में इसे बरकरार रखते हुए कांग्रेस के लिए जीत की हैट्रिक लगाने वाले सांसद बने. 1991 से यहां पर भारतीय जनता पार्टी का दबदबा देखने को मिला जिसकी टिकट पर पहले बैकुंठ लाल शर्मा (1991, 1996) ने जीत हासिल की तो फिर लाल बिहारी तिवारी (1997, 1998, 1999) में लगातार जीत हासिल कर 2003 तक का अपना कार्यकाल पूरा किया.

2004 में कांग्रेस ने वापसी करते हुए संदीप दीक्षित के नेतृत्व में लगातार दो बार (2004 और 2009) जीत हासिल की, हालांकि 2014 से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है. जहां महेश गिरी ने 2014 में आप के राजमोहन गांधी को करीब 1.90 लाख वोट के अंतर से हराया तो वहीं 2019 में गौतम गंभीर ने कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली को 3.5 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से मात दी.